स्टेट डेस्क, आर्या कुमारी।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सुपौल की रैली में घुसपैठ के मुद्दे को जोरदार तरीके से उठाया और कहा कि "क्या आप चाहते हैं कि बिहार का मुख्यमंत्री 'घुसपैठिये' से तय हो?" शाह ने दावा किया कि एनडीए की सरकार बनते ही सीमांचल और पूरे बिहार से घुसपैठियों को बाहर निकाला जाएगा। उन्होंने कहा, "मैं सुपौल के लोगों से वादा करता हूं कि अगले 5 सालों में हम सीमांचल और बिहार से सभी घुसपैठियों को निकाल देंगे। उनकी अवैध गतिविधियों को भी समाप्त करेंगे और सभी अवैध अतिक्रमण को भी हटाएंगे।"
पहले चरण की वोटिंग खत्म होने के बाद दूसरे चरण का प्रचार और तेज हो गया है, जहां एनडीए और महागठबंधन एक-दूसरे पर लगातार हमले कर रहे हैं। इसी क्रम में सुपौल और पूर्णिया की सभाओं में शाह ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने ‘घुसपैठियों को बचाने’ की राजनीति की है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने ‘घुसपैठिया बचाओ यात्रा’ निकालकर घुसपैठियों के पक्ष में अभियान चलाया।
शाह ने यह भी कहा कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव सीमांचल को घुसपैठियों का केंद्र बनाने की कोशिश कर रहे हैं। पूर्णिया की रैली में उन्होंने दावा किया कि केंद्र सरकार हर अवैध प्रवासी की पहचान कर उसके नाम को मतदाता सूची से हटाएगी और उसे देश से बाहर भेजेगी। उन्होंने भरोसा जताया कि 243 सीटों वाली विधानसभा में एनडीए 160 से अधिक सीटें जीतेगा और कहा कि पहले चरण की वोटिंग बता रही है कि आधे बिहार ने कांग्रेस-राजद गठबंधन को नकार दिया है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि राज्य में सुशासन और सुरक्षा बनाए रखने के लिए एनडीए को पूर्ण बहुमत दें।







