Ad Image
Ad Image
दिल्ली पुलिस ने साइबर अपराधियों के लिए चलाया साईं हॉक अभियान, 48 घंटे में 800 गिरफ्तार || झारखंड की मंत्री दीपिका पाण्डेय का EC पर हमला, SIR के कारण हारा महागठबंधन || पूर्वी चंपारण के रक्सौल में VIP पार्टी के अनुमंडल प्रमुख की गोली मार हत्या || राष्ट्रपति ट्रंप ने यूक्रेन से शांति समझौते के प्रस्ताव को जल्दी स्वीकार करने का आग्रह किया || ईरान पर अमेरिका की सख्ती, आज नए प्रतिबंधों का किया ऐलान || BJP को 90 पर लीड, JDU को 80 पर लीड, महागठबंधन फेल || नीतीश कुमार CM हैं और आगे भी रहेंगे: जेडीयू की प्रतिक्रिया || NDA को शानदार बढ़त, 198 पर लीड जबकि महागठबंधन को 45 पर लीड || तुर्की : सैन्य विमान दुर्घटना में मृत सभी 20 सैनिकों के शव बरामद || RJD के एम एल सी सुनील सिंह का भड़काऊ बयान, DGP के आदेश पर FIR

The argument in favor of using filler text goes something like this: If you use any real content in the Consulting Process anytime you reach.

  • img
  • img
  • img
  • img
  • img
  • img

Get In Touch

अमेरिकी टैरिफ के बीच भारतीय GDP का दमदार प्रदर्शन

विदेश डेस्क, आर्या कुमारी |

अमेरिकी टैरिफ के बीच भारतीय GDP का दमदार प्रदर्शन, अप्रैल-जून में 7.8% की बढ़त....

भारतीय अर्थव्यवस्था ने ट्रंप की टैरिफ चुनौतियों के बावजूद भी प्रभावशाली प्रदर्शन दिखाया है। वित्त वर्ष 2025-26 की प्रारंभिक तिमाही (अप्रैल-जून) में देश की GDP में 7.8% की शानदार वृद्धि हुई है, जो अपेक्षित 6.7% से काफी बेहतर है।

मजबूत आर्थिक प्रदर्शन

वर्तमान वित्त वर्ष की शुरुआती तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था का उत्कृष्ट प्रदर्शन रहा है। वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में GDP ग्रोथ रेट 7.8% तक पहुंची है, जबकि पूर्वानुमान केवल 6.7% का था। यह वृद्धि ऐसे दौर में आई है जब अप्रैल 2025 से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत पर शुल्क आरोपण की चेतावनी देते रहे हैं।

ट्रंप के टैरिफ फैसले

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2 अप्रैल को 'लिबरेशन डे' के अवसर पर भारत सहित लगभग 200 देशों पर शुल्क लगाने की घोषणा की थी, जो 9 अप्रैल से प्रभावी होने वाला था। हालांकि, इसकी समय-सीमा कई बार बढ़ाई गई और अंततः 7 अगस्त से भारत पर 25% टैरिफ लागू किया गया, जिसे अब बढ़ाकर 50% कर दिया गया है।

तुलनात्मक विश्लेषण

ट्रंप के इन कार्यों के मध्य, भारत की अर्थव्यवस्था ने उत्कृष्ट वृद्धि प्रदर्शित की है। गत वर्ष की समकक्ष तिमाही में GDP ग्रोथ रेट 6.5% था। तिमाही आधार पर अर्थव्यवस्था में तेजी दर्ज की गई है। FY25 की अंतिम तिमाही में GDP ग्रोथ रेट 7.4% थी।

सकारात्मक आर्थिक संकेतक

मौजूदा आंकड़े दर्शाते हैं कि भारतीय अर्थव्यवस्था वित्त वर्ष 2025-26 की शुरुआत में बेहतर गति से प्रगति कर रही है। विशेषकर सेवा क्षेत्र (Tertiary Sector) में तेजी, निवेश में निरंतरता और सरकारी व्यय में उछाल, उत्साहजनक संकेत हैं। वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद में 7.8% की वृद्धि, वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में 6.5% की वृद्धि दर से काफी अधिक है। सेवा क्षेत्र में उत्कृष्ट वृद्धि के कारण भारतीय अर्थव्यवस्था ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में 7.6% की वास्तविक GVA वृद्धि भी हासिल की है। सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने वित्तीय वर्ष 2025-26 की अप्रैल-जून तिमाही के लिए सकल घरेलू उत्पाद के तिमाही अनुमानों के साथ व्यय के आंकड़े भी जारी किए हैं।

नॉमिनल GDP में भी उत्कृष्ट वृद्धि

वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में नॉमिनल GDP में 8.8% की वृद्धि हुई है। कृषि और संबंधित क्षेत्रों में वास्तविक GVA वृद्धि दर 3.7% रही, जबकि पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 1.5% की वृद्धि दर्ज की गई थी। द्वितीयक क्षेत्र, विशेषकर विनिर्माण में 7.7% और निर्माण में 7.6% की वृद्धि के साथ इस तिमाही में स्थिर मूल्यों पर 7.5% से अधिक की वृद्धि दर हासिल की है।

कुछ क्षेत्रों में मंदी

खनन क्षेत्र में -3.1% और बिजली, गैस, जल आपूर्ति और अन्य उपयोगिता सेवा क्षेत्र में 0.5% की वृद्धि हुई है। वास्तविक निजी अंतिम उपभोग व्यय (PFCE) ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही के दौरान 7.0% की वृद्धि दर हासिल की है, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 8.3% की वृद्धि दर दर्ज की गई थी।