विदेश डेस्क, श्रेयांश पराशर l
सर्बिया की खनन एवं ऊर्जा मंत्री दुब्रावका येडोइविक-हैंडानोविच ने सोमवार को एक महत्वपूर्ण बयान दिया। उन्होंने कहा कि यदि सरकार रूसी-सर्बियाई कंपनी नाफ्तना इंडस्ट्रीया सर्बिये (NIS) पर लगे अमेरिकी प्रतिबंधों से निपटने का कोई व्यावहारिक रास्ता नहीं खोज पाती है, तो वह अपने पद से इस्तीफ़ा देने को तैयार हैं।
मंत्री ने यह बात कैबिनेट बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए कही। उन्होंने कहा कि एनआईएस पर लगे प्रतिबंधों का असर सिर्फ उद्योग पर ही नहीं बल्कि आम नागरिकों के जीवन पर भी सीधा पड़ रहा है। सर्बिया की कई आवश्यक सेवाएँ—जैसे परिवहन, स्वास्थ्य, स्कूली सुविधाएँ और पुलिस विभाग—इंधन आपूर्ति पर निर्भर हैं।
मंत्री ने कहा; “यदि ऐसी स्थिति बनती है कि ऊर्जा मंत्रालय के नेतृत्व में हम इन प्रतिबंधों से निपटने का समाधान नहीं ढूंढ पाते, तो मैं पद छोड़ने के लिए तैयार हूँ। पान्चेवो की तेल रिफाइनरी के बिना हमारा जीवन सामान्य रूप से नहीं चल सकता। यह नागरिकों की आर्थिक सुरक्षा के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण है। ईंधन न हो तो न सिर्फ उद्योग, बल्कि स्कूल, अस्पताल, पुलिस और यहां तक कि बेकरी भी नहीं चल सकतीं।”
उन्होंने आगे कहा कि सरकार इस मुद्दे पर लगातार प्रयास कर रही है और अंतरराष्ट्रीय साझेदारों से भी बातचीत जारी है।
एनआईएस कंपनी सर्बिया में पेट्रोलियम उत्पादों की सबसे बड़ी आपूर्तिकर्ता है और अमेरिकी प्रतिबंधों के चलते इसके संचालन में कई चुनौतियाँ सामने आई हैं।
सरकार ने संकेत दिया है कि देश की ऊर्जा सुरक्षा प्रभावित न हो, इसके लिए वैकल्पिक आपूर्ति स्रोतों और कूटनीतिक बातचीत दोनों पर काम चल रहा है। हालांकि, मंत्री ने स्पष्ट किया कि यदि समाधान नहीं मिला तो वह अपने पद पर बने रहना उचित नहीं समझेंगी।







