अहमदाबाद हादसे के अगले दिन एयर इंडिया की फ्लाइट में बम की धमकी, थाईलैंड में इमरजेंसी लैंडिंग

विदेश डेस्क, ऋषि राज |
अहमदाबाद हादसे के अगले दिन एयर इंडिया की फ्लाइट में बम की धमकी, थाईलैंड में कराई गई इमरजेंसी लैंडिंग
अहमदाबाद विमान दुर्घटना के ठीक एक दिन बाद एक और बड़ी हवाई सुरक्षा घटना सामने आई है। थाईलैंड के फुकेट द्वीप से दिल्ली जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI 379 को शुक्रवार को उस समय आपातकालीन लैंडिंग (इमरजेंसी लैंडिंग) करानी पड़ी जब विमान के भीतर बम की धमकी मिली।
AI 379 फ्लाइट ने शुक्रवार सुबह स्थानीय समयानुसार 9:30 बजे (भारतीय समयानुसार 2:30 AM) फुकेट एयरपोर्ट से उड़ान भरी थी। लेकिन उड़ान भरने के कुछ समय बाद ही बम की धमकी मिलने के बाद विमान ने अंडमान सागर के ऊपर एक बड़ा चक्कर लगाया और फिर दोबारा फुकेट हवाई अड्डे पर आपातकालीन रूप से लैंडिंग की।
यात्रियों को सुरक्षित उतारा गया:
थाईलैंड के एयरपोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ थाईलैंड (AOT) के अनुसार, विमान में मौजूद 156 यात्रियों को आपातकालीन योजना के तहत सावधानीपूर्वक विमान से बाहर निकाला गया। उन्हें सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया और उनकी जांच की गई।
क्या मिला बम?:
फुकेट एयरपोर्ट प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों द्वारा की गई प्रारंभिक जांच में विमान के अंदर कोई बम या विस्फोटक सामग्री नहीं मिली है। इसके बावजूद सुरक्षा नियमों के तहत व्यापक जांच जारी है।
बम की धमकी का स्रोत अज्ञात:
AOT (Airports of Thailand) ने अब तक धमकी देने वाले स्रोत या इसकी पुष्टि से जुड़ी कोई जानकारी सार्वजनिक नहीं की है। इस बात की जांच की जा रही है कि बम की सूचना विमान में ही मिली या किसी अन्य माध्यम से दी गई।
फ्लाइट रूट का डाटा:
Flightradar24 के अनुसार, विमान ने उड़ान भरने के बाद अंडमान सागर के ऊपर एक बड़ा रूट चक्कर लगाया और फिर फुकेट एयरपोर्ट पर वापस लैंड किया। इससे पहले विमान को दिल्ली जाना था।
यह घटना ऐसे समय पर हुई है जब एक दिन पहले ही अहमदाबाद में एक विमान हादसा हुआ था, जिसने विमानन सुरक्षा पर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं। ऐसे में एयर इंडिया की इस फ्लाइट में बम की धमकी को गंभीरता से लिया गया।
156 यात्रियों की जान समय रहते उठाए गए सावधानियों और त्वरित निर्णयों की वजह से बच गई। एयर इंडिया और थाईलैंड की एयरपोर्ट अथॉरिटी ने सतर्कता के साथ स्थिति को नियंत्रित किया। धमकी भले ही फर्जी साबित हुई हो, लेकिन इससे हवाई सुरक्षा उपायों की गंभीरता फिर से सामने आई है।