
विदेश डेस्क, वेरोनिका राय |
इजराइली वायुसेना की ईरान पर भीषण बमबारी, सेना प्रमुख की मौत समेत कई एटमी ठिकाने तबाह, IRGC चीफ हुसैन सलामी मारे गए, इजराइल ने दी खुली चेतावनी - हमले और तेज होंगे
इजराइल और ईरान के बीच तनाव अब खतरनाक मोड़ पर पहुंच चुका है। शुक्रवार सुबह इजराइली वायुसेना ने ईरान पर भीषण बमबारी की, जिसमें ईरान की रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स (IRGC) के प्रमुख मेजर जनरल हुसैन सलामी की मौत हो गई। इस हमले में दो परमाणु वैज्ञानिकों और कई सैन्य अधिकारियों की भी मौत हुई है, जबकि ईरान के कई एटमी ठिकाने पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं।
इजराइली रक्षा मंत्री योआव गैलांट ने हमले की पुष्टि करते हुए कहा कि यह कार्रवाई ईरान की आक्रामक गतिविधियों और इजराइल के खिलाफ षड्यंत्रों के जवाब में की गई है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर ईरान ने फिर से कोई उकसावे वाली हरकत की, तो अगली कार्रवाई और भी घातक होगी।
बताया जा रहा है कि इजराइली फाइटर जेट्स ने ईरान के नतांज, फोर्डो और इस्फहान में स्थित रणनीतिक परमाणु संयंत्रों पर मिसाइलें दागीं। इसके साथ ही तेहरान में IRGC मुख्यालय के पास एक कमांड सेंटर को भी निशाना बनाया गया, जहां हुसैन सलामी मौजूद थे। धमाका इतना जबरदस्त था कि आसपास के कई किलोमीटर क्षेत्र में बिजली और इंटरनेट सेवा ठप हो गई।
ईरान में भारी अफरा-तफरी का माहौल:
हमले के तुरंत बाद तेहरान और अन्य प्रमुख शहरों में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया। अस्पतालों में आपातकाल घोषित किया गया है और सेना को हाई अलर्ट पर रखा गया है। ईरानी विदेश मंत्रालय ने इस हमले को "सीधी युद्ध की घोषणा" करार दिया है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से हस्तक्षेप की मांग की है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया:
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने इस स्थिति पर आपात बैठक बुलाई है। अमेरिका ने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है, जबकि रूस और चीन ने इजराइल की कार्रवाई की निंदा की है।
इधर, इजराइल में जनता ने हमले का समर्थन किया है और प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को सुरक्षा नीतियों के लिए सराहा जा रहा है। जानकार मान रहे हैं कि यह हमला मध्य-पूर्व में एक बड़े युद्ध की शुरुआत हो सकता है।
स्थिति लगातार गंभीर होती जा रही है और अब दुनिया की नजरें इन दोनों दुश्मन देशों पर टिकी हैं।