नेशनल डेस्क, आर्या कुमारी |
देशभर में लोक आस्था का पर्व छठ पूजा श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया. बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश समेत दिल्ली के घाटों पर भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिली. पारंपरिक गीतों की गूंज के बीच व्रती महिलाओं ने पहले अस्त होते और फिर उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया.
सूर्योपासना का यह महापर्व पूरे देश में भक्ति और उत्साह का प्रतीक बना. बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, दिल्ली से लेकर नोएडा, चंडीगढ़ और मुंबई तक घाटों पर सुबह से ही श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा. गोरखपुर के गुरु गोरखनाथ घाट, पटना के कंकड़बाग और दीघा घाट, तथा नोएडा के कालिंदी कुंज तट पर हजारों परिवार श्रद्धा के साथ पहुंचे.
घाटों पर ढोलक की थाप और छठ गीतों की मधुर धुनों से वातावरण गूंज उठा. पारंपरिक रूप से केले से सजी वेदियों पर पूजा-अर्चना हुई. इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बीजेपी नेता संजय मयूख के आवास पर पूजा में भाग लिया. प्रशासन की ओर से सुरक्षा और व्यवस्थाओं के लिए विशेष इंतजाम किए गए. चार दिन चलने वाला यह पर्व सूर्य देव और छठी मैया की आराधना के साथ संपन्न हुआ, जिसने देश को एक बार फिर आस्था और एकता के रंग में रंग दिया.
दिल्ली के यमुना नदी के वासुदेव घाट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छठ पूजा में शामिल होने वाले हैं. उनकी यात्रा को देखते हुए घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई है. वहीं, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने भी घाटों का दौरा कर तैयारियों की समीक्षा की.
बिहार में इस बार छठ का राजनीतिक रंग भी देखने को मिला. विधानसभा चुनाव के बीच कई उम्मीदवार श्रद्धालुओं का आशीर्वाद लेने घाटों पर पहुंचे. उनकी मौजूदगी से माहौल और भी खास बन गया. छठ का यह पर्व एक बार फिर पूरे उत्साह के साथ मनाया जा रहा है, जहां हर कोई सूर्य देव से परिवार की खुशहाली और समृद्धि की कामना कर रहा है. देश के प्रमुख क्षेत्र; पटना, गोपालगंज, मऊ, वाराणसी, नोएडा और दिल्ली के घाटों पर सुबह और शाम की पूजा में श्रद्धालुओं की अपार भीड़ उमड़ पड़ी.







