
स्टेट डेस्क, आर्या कुमारी |
कानपुर: पति से नाराज़ पत्नी गंगा में कूदी, मगरमच्छ देख चढ़ी पेड़ पर, पूरी रात वहीं गुज़ारी...
कानपुर में पति-पत्नी के बीच मामूली विवाद ने ऐसा मोड़ लिया कि पत्नी गुस्से में गंगा नदी में कूद गई। पानी में गिरते ही उसे अपनी गलती का एहसास हुआ और तैरकर किनारे पहुंची। लेकिन तभी उसकी नजर पास में तैरते एक बड़े मगरमच्छ पर पड़ी। डर से वह तुरंत किनारे के पेड़ पर चढ़ गई और पूरी रात वहीं बैठी रही। सुबह आवाज सुनकर ग्रामीण इकट्ठा हुए और पुलिस को बुलाया। पुलिस ने महिला को सुरक्षित नीचे उतारकर पति के साथ घर भेज दिया। यह अजीबो-गरीब वाकया इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है।
चाय को लेकर शुरू हुआ विवाद
अहिरवां निवासी सुरेश और उसकी पत्नी मालती के बीच अक्सर नोकझोंक होती रहती थी। शनिवार देर रात सुरेश ने पत्नी से चाय बनाने को कहा। मालती थकी हुई थी और उसने साफ कह दिया कि खुद बना लो। इसी बात से तकरार बढ़ गया और गुस्से में मालती घर से बाहर निकल गई।
पुल से लगाई छलांग
झगड़े से आक्रोशित होकर मालती सीधे जाजमऊ के गंगा पुल पर पहुंची और बिना सोचे-समझे नदी में छलांग लगा दी। पानी में गिरते ही उसे खतरे का एहसास हुआ, लेकिन तैरना जानने की वजह से उसने किनारे तक पहुंचने की हिम्मत जुटा ली।
मगरमच्छ देख हुआ डर दोगुना
जैसे ही वह किनारे पहुंची, पानी में एक बड़े मगरमच्छ को देख उसका डर बढ़ गया। उसे लगा कि अगर जमीन पर उतरी तो मगरमच्छ हमला कर सकता है। इसी बीच पास ही एक पेड़ दिखाई दिया और जान बचाने के लिए वह उस पर चढ़ गई।
सबसे लंबी रात
गंगा की तेज धारा, अंधेरा और मगरमच्छ के खतरे के बीच मालती पूरी रात पेड़ पर बैठी रही। उस वक्त उसे न भूख का ध्यान रहा, न प्यास का। बस दिमाग में यही ख्याल चलता रहा कि कहीं मगरमच्छ हमला न कर दे।
ग्रामीणों ने की मदद
सुबह जब गांव वाले वहां से गुजरे तो मालती ने मदद की गुहार लगाई। लोग हैरान रह गए कि कोई महिला रातभर पेड़ पर क्यों बैठी रही। मालती ने रोते हुए पूरी घटना बताई तो ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने सुरक्षित उतारा
चौकी इंचार्ज विनय यादव मौके पर पहुंचे और महिला को सुरक्षित उतारकर चौकी लाया गया। इसके बाद पति सुरेश को भी बुलाया गया। पुलिस ने दोनों को समझाया और घर भेज दिया।
पति-पत्नी के बयान
सुरेश ने कहा, “मालती पहले भी कई बार नाराज़ होकर घर छोड़ चुकी है। सोचा था इस बार भी वापस आ जाएगी, लेकिन अंदाजा नहीं था कि वह गंगा में कूद जाएगी।”
वहीं मालती ने पुलिस को बताया, “उस वक्त लगा था जिंदगी खत्म हो जाएगी, लेकिन मगरमच्छ देखकर मैंने हिम्मत जुटाई और पेड़ पर चढ़ गई। ऊपरवाले ने मुझे दूसरी जिंदगी दी है।”
फिल्मी सी कहानी
पति से नाराज होकर गंगा में छलांग लगाना, मगरमच्छ देखकर पेड़ पर चढ़ जाना और फिर सुबह गांव वालों के जरिए बच जाना—यह पूरा घटनाक्रम किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं और इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है।