
विदेश डेस्क, श्रेयांश पराशर l
इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने गाज़ा में जारी संघर्ष को लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान आकर्षित करते हुए तत्काल संघर्षविराम और बंधकों की रिहाई की अपील की है। उन्होंने कहा कि गाज़ा में स्थिति लगातार बिगड़ रही है और मानवता को बचाने के लिए त्वरित कदम उठाना बेहद आवश्यक हो गया है।
प्रधानमंत्री मेलोनी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हालिया योजना पर प्रतिक्रिया देते हुए स्पष्ट किया कि किसी भी स्थायी समाधान की शुरुआत संघर्षविराम से होनी चाहिए। उनके अनुसार, जब तक युद्धविराम लागू नहीं होता और बंधकों को सुरक्षित रूप से रिहा नहीं किया जाता, तब तक शांति की दिशा में सार्थक कदम संभव नहीं हैं।
उन्होंने जोर देकर कहा कि गाज़ा की मानवीय स्थिति बेहद चिंताजनक है। अस्पतालों, राहत केंद्रों और नागरिकों पर लगातार हमलों की वजह से हालात बेकाबू हो रहे हैं। हजारों परिवार विस्थापित हो चुके हैं और बच्चों तथा महिलाओं पर संकट का सबसे अधिक असर पड़ रहा है। मेलोनी ने अंतरराष्ट्रीय संगठनों और बड़े शक्तिशाली देशों से अपील की कि वे तुरंत हस्तक्षेप करें और राहत कार्यों को प्राथमिकता दें।
मेलोनी ने यह भी कहा कि इटली शांति प्रयासों में सहयोग देने को तैयार है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि गाज़ा में शांति बहाली केवल सैन्य समाधानों से संभव नहीं है, बल्कि इसके लिए राजनीतिक संवाद और आपसी विश्वास बहाली की आवश्यकता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इटली की प्रधानमंत्री की यह अपील यूरोपीय संघ के भीतर भी गहन बहस को जन्म दे सकती है, क्योंकि यूरोपीय देशों की स्थिति इस मुद्दे पर अलग-अलग है। हालांकि मेलोनी का रुख यह संदेश देता है कि संघर्ष का मानवीय पहलू सबसे पहले ध्यान में रखा जाना चाहिए।
गाज़ा में स्थायी शांति के लिए संघर्ष विराम और बंधकों की सुरक्षित रिहाई ही पहला और सबसे अहम कदम है।