
स्टेट डेस्क, आर्या कुमारी |
गोपालगंज के कुख्यात अपराधी सुरेश यादव को पश्चिम बंगाल के हावड़ा स्थित संध्या बाजार में गोली मारकर हत्या कर दी गई। वह ट्रिपल मर्डर और मुखिया हत्याकांड समेत दो दर्जन से अधिक मामलों में वांछित था। पुलिस ने गैंगवार के एंगल से जांच शुरू कर दी है। बिहार के गोपालगंज जिले का नामचीन अपराधी सुरेश यादव हावड़ा के संध्या बाजार में मंगलवार रात गोलियों से भून दिया गया। इस वारदात ने अपराध जगत को हिला दिया है। पुलिस मामले की तहकीकात कर रही है, वहीं यह सवाल खड़े हो रहे हैं कि उसका आपराधिक नेटवर्क आखिर दूसरे राज्यों तक कैसे फैला।
कई संगीन मामलों में था आरोपी
मृतक सुरेश यादव, नगर थाना क्षेत्र के कुकुरभुक्का गांव का रहने वाला था। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार उस पर ट्रिपल मर्डर और एक मुखिया हत्याकांड समेत दो दर्जन गंभीर मामले दर्ज थे। लंबे समय से फरार चल रहे यादव की तलाश बिहार पुलिस कर रही थी। पुलिस सूत्रों ने बताया कि सुरेश यादव हावड़ा में गुपचुप रह रहा था। संध्या बाजार में मौजूदगी के दौरान अज्ञात बदमाशों ने उसे घेरकर गोलियों से छलनी कर दिया। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद शव को कब्जे में लिया गया।
आपराधिक गठजोड़ पर फोकस
गोपालगंज पुलिस ने घटना की पुष्टि की है। अधिकारियों का मानना है कि हत्या आपसी गैंगवार या पुरानी दुश्मनी का परिणाम हो सकती है। चूंकि हत्या पश्चिम बंगाल में हुई है, बिहार पुलिस ने हावड़ा पुलिस से संपर्क कर केस की जानकारी जुटानी शुरू कर दी है।
अब जांच इस पर केंद्रित है कि यादव हावड़ा में क्यों था और उसका किन आपराधिक गिरोहों से नाता था। यह साफ है कि फरार रहने के बावजूद उसकी दुश्मनी सीमाओं को पार कर चुकी थी। पुलिस को भरोसा है कि इस हत्याकांड की पड़ताल से बिहार और बंगाल के आपराधिक गठजोड़ का बड़ा खुलासा हो सकता है।