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चीन में मातमो तूफान पर ऑरेंज अलर्ट, दक्षिणी तटों पर हाई अलर्ट जारी

विदेश डेस्क, ऋषि राज |

चीन की राष्ट्रीय मौसम विज्ञान वेधशाला ने शनिवार को टाइफून मातमो के चलते ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के अनुसार, यह इस साल चीन में दस्तक देने वाला 21वां तूफान है। मातमो तेज़ी से देश के दक्षिणी तट की ओर बढ़ रहा है और आने वाले घंटों में कई तटीय इलाकों को प्रभावित कर सकता है।

चार-स्तरीय चेतावनी प्रणाली में दूसरा सबसे बड़ा स्तर

चीन में तूफानों और प्राकृतिक आपदाओं को लेकर चार-स्तरीय चेतावनी प्रणाली लागू है – रेड (लाल), ऑरेंज (नारंगी), येलो (पीला) और ब्लू (नीला)। इनमें लाल अलर्ट सबसे गंभीर और खतरनाक स्तर माना जाता है, जबकि ऑरेंज दूसरा सबसे बड़ा स्तर है। इसका मतलब है कि आने वाले समय में मौसम अत्यधिक खराब हो सकता है और बड़े पैमाने पर जनजीवन प्रभावित हो सकता है।

किन इलाकों पर मंडरा रहा है खतरा

चीन की मौसम एजेंसी के मुताबिक, तूफान मातमो फिलहाल दक्षिण चीन सागर में सक्रिय है और तेज़ हवाओं के साथ दक्षिणी तट की ओर बढ़ रहा है। इसके असर से गुआंगडोंग, हैनान, फुजियान और ग्वांगशी प्रांतों में भारी बारिश, तेज़ हवाएँ और समुद्र में ऊँची लहरें उठने की संभावना है।

विशेषज्ञों का कहना है कि तूफान के चलते हवा की रफ्तार कई जगहों पर 120 से 140 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुँच सकती है। इस वजह से समुद्री यातायात, हवाई सेवाएँ और स्थानीय आवागमन बुरी तरह प्रभावित हो सकते हैं।

उड़ानें और जहाज़ सेवाएँ हो सकती हैं प्रभावित

हैनान और गुआंगडोंग प्रांत के हवाई अड्डों पर प्रशासन ने कई उड़ानों को स्थगित करने की तैयारी शुरू कर दी है। वहीं, मछुआरों और नाविकों को तुरंत समुद्र से लौटने के निर्देश दिए गए हैं। तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को भी सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है।

प्रशासन की तैयारी

चीन के आपातकालीन प्रबंधन मंत्रालय ने संबंधित राज्यों और स्थानीय प्रशासन को सतर्क रहने का आदेश दिया है। तटीय क्षेत्रों में बचाव दलों को अलर्ट पर रखा गया है और राहत सामग्री का स्टॉक तैयार किया जा रहा है।

बचाव एजेंसियों का कहना है कि यदि तूफान का रुख बदला तो नुकसान और भी बढ़ सकता है। इसलिए लोगों को अफवाहों से बचकर केवल आधिकारिक घोषणाओं पर भरोसा करने की सलाह दी गई है।

लोगों से अपील

सरकार ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें, खासकर समुद्र किनारे और तटीय सड़कों पर न जाएँ। स्कूलों और कॉलेजों को भी सुरक्षा को देखते हुए छुट्टियाँ देने पर विचार करने को कहा गया है।

जलवायु परिवर्तन का असर

विशेषज्ञ मानते हैं कि हाल के वर्षों में जलवायु परिवर्तन की वजह से चीन और एशिया के अन्य हिस्सों में तूफानों की संख्या और तीव्रता में इजाफा हुआ है। मातमो इसका एक और उदाहरण है, जो सामान्य से कहीं ज़्यादा ताक़तवर माना जा रहा है।

मातमो तूफान ने चीन के दक्षिणी हिस्सों में चिंता और सतर्कता बढ़ा दी है। मौसम विभाग ने साफ चेतावनी दी है कि अगले 24 से 48 घंटे बेहद अहम होंगे। प्रशासन ने सुरक्षा इंतज़ाम तेज़ कर दिए हैं, मगर असली चुनौती तूफान के तट से टकराने के बाद सामने आएगी। लोगों से अपील है कि वे सतर्क रहें और सरकारी निर्देशों का पालन करें ताकि नुकसान को कम से कम किया जा सके।