स्टेट डेस्क, एन के सिंह।
गृहमंत्री अमित शाह ने चकिया में गिनाईं केंद्र-राज्य की उपलब्धियां, बिहार को 'विकसित' बनाने का आह्वान। लालू-राबड़ी के "जंगल राज" की वापसी के प्रति आगाह किया और मतदाताओं से कहा कि ग़लत बटन दबाने पर 20 साल में समाप्त हुआ जंगल राज फिर आ जाएगा।
पूर्वी चंपारण: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने चकिया के गांधी मैदान में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के लिए जोरदार समर्थन मांगा और बिहार के विकास, सुरक्षा तथा आस्था से जुड़े प्रमुख विषयों पर अपनी बात रखी।
आस्था और सांस्कृतिक राष्ट्रवाद पर ज़ोर
गृहमंत्री शाह ने अपने संबोधन की शुरुआत आस्था और सांस्कृतिक राष्ट्रवाद से जुड़े मुद्दों से की। उन्होंने सीधे जनता से पूछा कि "अयोध्या में राम मंदिर बनना चाहिए कि नहीं?" शाह ने याद दिलाया कि 550 वर्ष तक मंदिर का मुद्दा बाबर, फिर अंग्रेजों और बाद में कांग्रेस तथा लालू प्रसाद यादव ने भटका कर रखा। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इसका श्रेय देते हुए कहा कि मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद ही मंदिर का शिलान्यास और प्राण प्रतिष्ठा संभव हो सका। इसके साथ ही, उन्होंने बिहार की धार्मिक पहचान पर ज़ोर देते हुए घोषणा की कि अब सीतामढ़ी में सीता माता का भव्य मंदिर बन रहा है और सीताकुंड पीपरा में 151 फुट ऊंचा ध्वज स्थापित किया गया है। शाह ने विश्वास व्यक्त किया कि "सीता माता का मंदिर पूरे बिहार में समृद्धि का कारण बनेगा।"
'जंगल राज' पर तीखा हमला और सुरक्षा का वादा
अमित शाह ने राष्ट्रीय जनता दल और उसके गठबंधन सहयोगियों पर सीधा हमला बोलते हुए मतदाताओं को आगाह किया। उन्होंने कहा कि "लालू राबड़ी का जंगल राज कपड़ा व वेश बदलकर फिर आना चाह रहा है।" उन्होंने जनता से अपील की कि अगर 6 और 11 तारीख को "गलत बटन दबा," तो बिहार में एक बार फिर "जंगल राज आ जाएगा।" शाह ने दावा किया कि पिछले 20 साल में बिहार से जंगल राज समाप्त किया गया है और अब सही समय आ गया है कि "बिहार को विकसित राज्य बनाया जाए।" सुरक्षा के मुद्दे पर गृहमंत्री का रुख बेहद कड़ा था। उन्होंने आतंकवादियों के समर्थकों को स्पष्ट संदेश दिया: "आतंकियों के सारे समर्थक कान खोलकर सुन लो, अब गोली चलाई तो जवाब गोवा से दिया जाएगा। पाक में गिरने वाला अब बिहार में बनेगा।" यह बयान देश की सुरक्षा और आतंकवाद के प्रति NDA सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति को दर्शाता है।
विकास की बड़ी परियोजनाओं का ज़िक्र
शाह ने बिहार में एनडीए सरकार द्वारा चलाई जा रही प्रमुख विकास परियोजनाओं को भी जनता के सामने रखा। उन्होंने घोषणा की कि रक्सौल में बिहार औद्योगिक एरिया बनाया जा रहा है। इसके अलावा, रक्सौल हल्दिया एक्सप्रेस वे, गोरखपुर सिलीगुड़ी एक्सप्रेस वे और पीपरा कोठी रक्सौल फोरलेन जैसी महत्वपूर्ण सड़कों का निर्माण कार्य प्रगति पर है। उन्होंने यह भी बताया कि रक्सौल में इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए मंजूरी दी गई है और ऐतिहासिक केसरिया स्तूप को टूरिज्म के रूप में विकसित किया जा रहा है, जिससे क्षेत्र में रोजगार और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
जीविका दीदियों के सम्मान और लालू परिवार पर निशाना
गृहमंत्री ने महिला सशक्तिकरण के प्रतीक जीविका दीदियों का ज़िक्र करते हुए बताया कि एक करोड़ इकतालीस लाख जीविका दीदी के खाते में दस-दस हज़ार की राशि भेजी गई है। उन्होंने राजद नेता पर हमला करते हुए कहा कि "लालू के बेटे बोल रहे हैं कि दस हज़ार वापस लेंगे।" शाह ने ज़ोर देकर कहा कि "जीविका दीदी से पैसा वापस लालू, राबड़ी के तीन पिढ़ी भी नहीं लेंगे।" उन्होंने वादा किया कि एनडीए की सरकार बनने पर जीविका दीदियों को और दो लाख रुपए दिए जाएंगे।
अंत में, उन्होंने वंशवाद की राजनीति पर कटाक्ष करते हुए कहा कि "लालू अपने बेटे को मुख्यमंत्री और सोनिया अपने बेटे को प्रधानमंत्री बनाना चाहते हैं।" शाह ने स्पष्ट किया कि "पटना के कुर्सी पर नीतीश कुमार जी हैं और दिल्ली के कुर्सी पर नरेंद्र मोदी जी हैं," और "कहीं भी जगह खाली नहीं है।"







