नेशनल डेस्क, प्रीति पायल |
जबलपुर रेलवे स्टेशन पर 18 अक्टूबर 2025 को एक चौंकाने वाली घटना हुई। एक यात्री ने समोसे खरीदे और UPI से भुगतान करने की कोशिश की, लेकिन ट्रांजेक्शन असफल हो गया। इसके बाद समोसा विक्रेता ने ट्रेन चलने के समय यात्री का कॉलर पकड़कर जबरदस्ती उसकी कीमती घड़ी छीन ली। पूरी घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया
एक अज्ञात यात्री ने जबलपुर स्टेशन के प्लेटफॉर्म से दो समोसे खरीदे। डिजिटल भुगतान में तकनीकी खराबी के कारण UPI ट्रांजेक्शन पूरा नहीं हुआ। यात्री के पास नकद रुपये नहीं थे। जैसे ही ट्रेन रवाना होने लगी, यात्री अपनी सीट की तरफ भागा। इसी दौरान विक्रेता ने गुस्से में उसका कॉलर पकड़कर रोक लिया। वीडियो फुटेज में स्पष्ट दिखाई देता है कि विक्रेता यात्री को घसीटता है और पैसों की मांग करता है।
जल्दी में फंसे यात्री ने स्थिति से निपटने के लिए अपनी महंगी कलाई घड़ी उतारकर दे दी। यह घड़ी मात्र 10-20 रुपये के समोसों के एवज में ली गई। घटना का वीडियो पहले X प्लेटफॉर्म पर अपलोड हुआ और तेजी से वायरल हो गया। नेटिजन्स ने इसे "शर्मनाक घटना" और "रेलवे प्रबंधन की विफलता" करार दिया। News24 सहित कई न्यूज चैनलों ने अपने X हैंडल से वीडियो शेयर किया। पोस्ट में लिखा गया: "मध्य प्रदेश: UPI पेमेंट नहीं हो पाने पर दुकानदार ने ग्राहक की घड़ी ले ली।"
वायरल वीडियो देखने के बाद पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर डिवीजनल रेलवे मैनेजर ने फौरी कदम उठाए। DRM ने X पर स्पष्ट करते हुए बताया: "संबंधित वेंडर को पहचान लिया गया है। RPF ने मामला पंजीकृत करके उसे हिरासत में ले लिया है। इसके अतिरिक्त उसका लाइसेंस निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।" रेलवे पुलिस बल ने विक्रेता को गिरफ्तार कर धोखाधड़ी और मारपीट के आरोप लगाए हैं। रेलवे ने यात्रियों को सुझाव दिया है कि डिजिटल लेनदेन की हमेशा पुष्टि करें और किसी भी प्रकार की परेशानी में RPF हेल्पलाइन 182 या स्टेशन मास्टर से संपर्क करें
रेलवे में विक्रेताओं की मनमानी की यह कोई पहली घटना नहीं है। मई 2025 में हेमकुंत एक्सप्रेस में अधिक पैसे की शिकायत पर पैंट्री कर्मचारियों ने एक यात्री को मारा था। अक्टूबर 2024 में लखनऊ में AC की समस्या की शिकायत करने पर RPF ने एक यात्री को बुरी तरह घसीटा था। हालांकि, UPI फेलियर के कारण संपत्ति छीनने का यह पहला मामला है।
यह घटना डिजिटल इंडिया के युग में कैशलेस पेमेंट की समस्याओं को उजागर करती है, विशेषकर रेलवे स्टेशनों पर जहां नेटवर्क कनेक्टिविटी अक्सर खराब रहती है। रेलवे ने सभी वेंडर्स को कड़े निर्देश दिए हैं कि आगे ऐसी घटनाएं न हों।







