Ad Image
Ad Image
टाइफून मातमो तूफान को लेकर चीन में ऑरेंज अलर्ट, सेना तैयार || हमास बंधकों को करेगा रिहा, राष्ट्रपति ट्रंप ने गाजा पर बमबारी रोकने को कहा || पहलगाम हमले के बाद पता चला कौन भारत का असली मित्र: मोहन भागवत || भारत के साथ व्यापार असंतुलन कम करने का अपने अधिकारियों को पुतिन का आदेश || मेक्सिको की राष्ट्रपति शीनबाम की इजरायल से अपील, हिरासत में लिए मेक्सिको के नागरिकों को जल्दी रिहा करें || शास्त्रीय गायक पद्मविभूषण छन्नूलाल मिश्र का मिर्जापुर में निधन, PM मोदी ने दी श्रद्धांजलि || स्वदेशी और आत्मनिर्भरता का कोई विकल्प नहीं: मोहन भागवत || अमित शाह ने कहा, देश अगले 31 मार्च तक नक्सलवादी लाल आतंक से मुक्त होगा || भारतीय क्रिकेट टीम ने जीता एशिया कप, PM समेत पूरे देश ने दी बधाई || तमिलनाडु: एक्टर विजय की रैली में भगदड़, 31 की मौत, 40 से ज्यादा घायल

The argument in favor of using filler text goes something like this: If you use any real content in the Consulting Process anytime you reach.

  • img
  • img
  • img
  • img
  • img
  • img

Get In Touch

जिला एवं सत्र न्यायाधीश और डीएम ने किया पर्यवेक्षण गृह का औचक निरीक्षण, किशोरों से की बात

मोतिहारी, एन.के. सिंह |

जिला एवं सत्र न्यायाधीश देवराज त्रिपाठी और जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल ने संयुक्त रूप से मोतिहारी स्थित पर्यवेक्षण गृह का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ नगर आयुक्त, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी और प्रधान दंडाधिकारी, किशोर न्याय परिषद भी मौजूद थे।
निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य गृह में रह रहे किशोरों को मिल रही सुविधाओं, उनकी दिनचर्या, पढ़ाई-लिखाई और विशेष रूप से भोजन की गुणवत्ता का जायजा लेना था। अधिकारियों ने किशोरों से सीधे बातचीत की और उनसे इन विषयों पर जानकारी ली। किशोरों ने उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं और भोजन की गुणवत्ता पर संतोष व्यक्त किया।
निरीक्षण के दौरान, गृह की सुरक्षा व्यवस्था, लगातार निगरानी और बाल-हितैषी माहौल बनाए रखने पर विशेष जोर दिया गया। अधिकारियों ने पर्यवेक्षण गृह अधीक्षक को कुशल कार्यदायित्व के निर्वहन का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी ने किशोरों से व्यक्तिगत रूप से बात की और उन्हें पिछली गलतियों को भुलाकर जीवन की नई शुरुआत करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बच्चों को विभिन्न क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए भी प्रोत्साहित किया।
इस अवसर पर, पर्यवेक्षण गृह अधीक्षक को किशोरों को मुफ्त कानूनी सहायता (free legal aid) उपलब्ध कराने का भी निर्देश दिया गया। निरीक्षण के समय पर्यवेक्षण गृह अधीक्षक, लिपिक और अन्य कर्मचारी उपस्थित थे। यह निरीक्षण किशोरों के कल्याण और उनके बेहतर भविष्य सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।