
स्टेट डेस्क, श्रेया पांडेय |
झारखंड में पुलिस और जेजेएमपी के बीच मुठभेड़, तीन उग्रवादी ढेर....
झारखंड के गुमला जिले में पुलिस और झारखंड जन मुक्ति परिषद (जेजेएमपी) के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें तीन उग्रवादी मारे गए हैं। पुलिस ने बताया कि यह मुठभेड़ गुमला जिले के घाघरा थाना क्षेत्र के लावादाग जंगल में शनिवार को हुई। पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि जेजेएमपी के कमांडर रविंद्र यादव अपने दस्ते के साथ इस क्षेत्र में मौजूद हैं। इसके बाद पुलिस ने टीम का गठन कर नक्सलियों की घेराबंदी शुरू की। नक्सलियों ने पुलिस को देखते ही फायरिंग शुरू कर दी, जिसका जवाब पुलिस ने भी दिया।
पुलिस ने बताया कि मारे गए उग्रवादियों में दिलीप लोहरा भी शामिल है, जो एक हार्डकोर और इनामी नक्सली था। दो अन्य उग्रवादियों की पहचान अभी नहीं हो पाई है। पुलिस ने घटनास्थल से एक एके-47 राइफल और दो एसएलआर बरामद किए हैं। पुलिस का कहना है कि मारे गए उग्रवादी किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे।
गुमला एसपी हारिश बिन जमा ने बताया कि पुलिस और झारखंड जगुआर की संयुक्त टीम ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। पुलिस का कहना है कि क्षेत्र में अभी भी सर्च ऑपरेशन जारी है और भागे हुए उग्रवादियों की तलाश की जा रही है। झारखंड पुलिस ने इस वर्ष राज्य को नक्सलमुक्त करने का लक्ष्य तय किया है और लगातार नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है।
झारखंड में नक्सलवाद के खिलाफ पुलिस और सुरक्षा बलों की कार्रवाई जारी है। हाल ही में, लातेहार जिले में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी, जिसमें 5 लाख के इनामी नक्सली कमांडर मनीष यादव को मार गिराया गया था और 10 लाख के इनामी कुंदन खरवार को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस का कहना है कि नक्सली संगठन अब लगातार कमजोर हो रहे हैं और संगठन में शामिल कई सदस्य आत्मसमर्पण भी कर रहे हैं.