मुस्कान कुमारी, विदेश डेस्क
बुसान (दक्षिण कोरिया): अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच छह साल बाद हुई आमने-सामने की पहली बैठक ने ट्रेड वॉर को नई दिशा दे दी। बुसान में गुरुवार को हुई लगभग दो घंटे की इस अहम चर्चा के बाद ट्रंप ने एयर फोर्स वन से पांच बड़े ऐलान किए। टैरिफ में भारी कटौती, फेंटेनिल पर सख्ती, सोयाबीन खरीद, दुर्लभ मिट्टी की सप्लाई और यूक्रेन युद्ध पर सहयोग- ये रहे प्रमुख फैसले। ट्रंप ने इसे 'महान सफलता' करार दिया।
फेंटेनिल टैरिफ 20% से घटकर 10%, कुल टैरिफ 57% से 47% पर
ट्रंप ने सबसे बड़ा ऐलान टैरिफ कट का किया। चीन पर लगे फेंटेनिल से जुड़े 20% टैरिफ को तत्काल प्रभाव से 10% कर दिया गया। कुल मिलाकर चीन पर अमेरिकी टैरिफ 57% से लुढ़ककर 47% रह गए। एयर फोर्स वन पर पत्रकारों से बातचीत में ट्रंप ने कहा, “मैं इसे और कम करने की उम्मीद करता हूं, क्योंकि मुझे भरोसा है कि वे फेंटेनिल समस्या में हमारी मदद करेंगे।”उन्होंने जोड़ा, “शी जिनपिंग फेंटेनिल की घातक तस्करी रोकने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे। चीन के साथ रिश्ते बहुत अच्छे हैं।” इस साल चीन पर 30% नए टैरिफ लगे थे, जिनमें 20% फेंटेनिल उत्पादन से जुड़े थे। अप्रैल में ट्रंप ने 145% टैरिफ की धमकी दी थी, लेकिन बाजार की हड़बड़ी के बाद पीछे हट गए। 10 अक्टूबर को दुर्लभ मिट्टी प्रतिबंधों पर 100% आयात शुल्क की चेतावनी दी गई थी। अब ये विवाद सुलझ गए।
यूक्रेन युद्ध पर 'एक साथ काम करेंगे', ट्रंप का बड़ा बयान
बैठक में यूक्रेन युद्ध छाया रहा। ट्रंप ने कहा, “यूक्रेन का मुद्दा जोरदार तरीके से उठा। हमने लंबी चर्चा की और दोनों सहमत हुए कि एक साथ मिलकर कुछ करेंगे।” शी जिनपिंग अमेरिका की मदद करेंगे। हालांकि ट्रंप ने सतर्कता बरती, “कभी-कभी उन्हें लड़ने देना पड़ता है, ज्यादा कुछ कर नहीं सकते।” यह सहमति ट्रेड वॉर के बीच वैश्विक तनाव कम करने का संकेत है। दोनों नेताओं ने युद्ध समाप्ति के प्रयासों में सहयोग का वादा किया।
सोयाबीन पर तत्काल 'बड़ी खरीद', चीन का पहला कदम
ट्रेड वॉर की पहली मार अमेरिकी किसानों को सोयाबीन निर्यात बंद होने से पड़ी थी। ट्रंप ने ऐलान किया, “चीन तत्काल बड़ी मात्रा में सोयाबीन खरीदेगा।” विवरण तो नहीं दिए, लेकिन बैठक से ठीक पहले चीन की सरकारी कंपनी कोएफसीओ ने इस साल की अमेरिकी फसल से तीन कार्गो खरीदे। रॉयटर्स के दो व्यापार स्रोतों ने इसकी पुष्टि की। यह किसानों के लिए बड़ी राहत है।
दुर्लभ मिट्टी का विवाद खत्म: एक साल की डील, बढ़ाई जा सकेगी
हाई-टेक उद्योग के लिए जरी जरूरी दुर्लभ मिट्टी पर चीन ने 9 अक्टूबर को निर्यात प्रतिबंध लगाए थे। ट्रंप ने कहा, “दुर्लभ मिट्टी का पूरा मुद्दा सुलझ गया। एक साल की डील हुई है, जो बढ़ाई जा सकेगी।” चीन दुनिया का सबसे बड़ा उत्पादक और प्रोसेसर है। फाइटर जेट, रोबोट, इलेक्ट्रिक वाहन- इन सबके लिए ये मिनरल्स जरूरी। “शी जिनपिंग ने निर्यात बहाल रखने का वादा किया,” ट्रंप ने बताया। यह डील अमेरिकी उद्योगों के लिए गेम-चेंजर साबित होगी।
अप्रैल में चीन दौरा, शी का अमेरिका दौरा भी तय
ट्रंप ने बैठक को 'शानदार सफलता' बताते हुए भविष्य की रूपरेखा रखी। “अप्रैल में मैं चीन जाऊंगा। उसके बाद शी जिनपिंग फ्लोरिडा, पाम बीच या वाशिंगटन आएंगे।” उन्होंने शी की तारीफ की, “वे बहुत शक्तिशाली देश के शानदार नेता हैं। हमने कई चीजें फाइनल कीं।” एनवीडिया के चिप्स पर चर्चा हुई, लेकिन सबसे एडवांस्ड ब्लैकवेल लाइन का एक्सेस नहीं मिलेगा। चीन की ओर से अभी कोई टिप्पणी नहीं आई।
ट्रेड वॉर का बैकग्राउंड: बाजारों पर असर
2018 से चला आ रहा ट्रेड वॉर दुनिया की अर्थव्यवस्था को हिला चुका। टैरिफों की जंग ने सप्लाई चेन बाधित की। इस बैठक ने truce की उम्मीद जगाई। ट्रंप ने कहा, *“शी मेहनत करेंगे फेंटेनिल रोकने में।”* बाजारों में उत्साह है, लेकिन विशेषज्ञ सतर्क।
बुसान में ट्रंप-शी: छह साल बाद आमना-सामना
दक्षिण कोरिया के बुसान में हुई यह बैठक G20 जैसे मंचों से अलग थी। ट्रंप ने शी को 'ताकतवर नेता' कहा। फ्लोरिडा या वाशिंगटन में अगली मुलाकात की योजना बनी।
अमेरिकी किसान-उद्योग राहत में
सोयाबीन किसानों को तत्काल फायदा। दुर्लभ मिट्टी से टेक सेक्टर मजबूत। फेंटेनिल कट से दवाओं पर असर।
व्हाइट हाउस की प्रतिक्रिया का इंतजार
ट्रंप के ऐलानों के बाद व्हाइट हाउस और चीनी विदेश मंत्रालय चुप। लेकिन एयर फोर्स वन से ये बयान वैश्विक सुर्खियां बन गए।







