स्टेट डेस्क – वेरॉनिका राय
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दौरान नेताओं के विवादित बयान और घटनाएं लगातार सुर्खियों में हैं। इसी बीच जनशक्ति जनता दल (JJD) के सुप्रीमो और लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने शुक्रवार को दो अहम मुद्दों पर बड़ा बयान दिया — गोपालगंज में दलित परिवार की पिटाई और राजद विधायक भाई वीरेंद्र के विवादित बयान पर।
दलित परिवार की पिटाई पर बोले तेज प्रताप – “दोषी कोई भी हो, सख्त कार्रवाई जरूरी”
तेज प्रताप यादव ने गोपालगंज जिले के सिधवलिया थाना क्षेत्र के बुचेया गांव में हुई दलित परिवार की पिटाई की घटना पर नाराज़गी जताई। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं बेहद शर्मनाक हैं और प्रशासन को दोषियों पर तुरंत सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
तेज प्रताप ने साफ कहा —
“चाहे अपराधी किसी भी पार्टी का समर्थक क्यों न हो, उस पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। दलित समाज पर हमला बिहार की संस्कृति के खिलाफ है।”
घटना के अनुसार, बैकुंठपुर विधानसभा क्षेत्र में मतदान खत्म होने के बाद एक दलित परिवार को इसलिए पीटा गया क्योंकि उन्होंने आरजेडी को वोट नहीं दिया था। पीड़ितों के मुताबिक, अखिलेश यादव, विशाल यादव समेत कुछ अन्य लोगों ने परिवार पर हमला किया, जिसमें तीन लोग घायल हुए। पूरा परिवार अब डर के माहौल में है। इस घटना ने स्थानीय राजनीति को गरमा दिया है। विपक्षी दलों ने आरोप लगाया है कि यह घटना प्रशासन की नाकामी दर्शाती है, वहीं तेज प्रताप ने इसे मानवीयता के खिलाफ बताया। उन्होंने कहा कि अगर सरकार और चुनाव आयोग सख्ती से कार्रवाई नहीं करेंगे, तो समाज में गलत संदेश जाएगा।
भाई वीरेंद्र पर फूटा तेज प्रताप का गुस्सा – “ऐसे लोग बिहार को बर्बाद कर रहे हैं”
तेज प्रताप यादव ने मनेर से राजद विधायक और प्रत्याशी भाई वीरेंद्र के विवादित व्यवहार पर भी तीखी प्रतिक्रिया दी। दरअसल, हाल ही में एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें भाई वीरेंद्र ने मतदान केंद्र पर मौजूद दारोगा को धमकाया था।
तेज प्रताप ने इस पर कहा —
“ऐसे लोग गुंडे, मवाली और बदतमीज होते हैं। बिहार को बर्बाद करने में इन्हीं लोगों की बड़ी भूमिका रही है।” उन्होंने यह भी कहा कि राजनीति में अनुशासन और शालीनता जरूरी है, लेकिन कुछ लोग अपनी हरकतों से बिहार की छवि खराब कर रहे हैं।
तेज प्रताप का यह बयान तब आया जब वे महुआ जाने से पहले पटना एयरपोर्ट पर मीडिया से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जनता अब समझदार है और ऐसे नेताओं को जल्द जवाब देगी।
चुनाव आयोग ने भाई वीरेंद्र पर दर्ज कराई एफआईआर
राजद प्रत्याशी भाई वीरेंद्र की मुश्किलें बढ़ गई हैं। चुनाव आयोग ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।
घटना गुरुवार सुबह की है जब भाई वीरेंद्र अपनी पत्नी के साथ मतदान करने पहुंचे थे। मतदान के बाद उन्होंने आरोप लगाया कि सुरक्षाकर्मी मतदाताओं को लाइन में रोककर एक विशेष राजनीतिक दल के पक्ष में माहौल बना रहे हैं। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद मामला तूल पकड़ गया। आयोग ने इसे आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की।
तेज प्रताप के बयान से बढ़ी राजनीतिक हलचल
तेज प्रताप यादव के बयानों से राजद खेमे में हलचल मच गई है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार किया है, लेकिन अंदरूनी मतभेदों की चर्चा तेज हो गई है। तेज प्रताप यादव पहले भी अपनी पार्टी और परिवार से जुड़ी कई बातों पर खुलकर बोल चुके हैं। इस बार उन्होंने साफ कर दिया कि वे किसी भी गलत काम या गुंडागर्दी का समर्थन नहीं करेंगे, चाहे वह उनके सहयोगी दल का व्यक्ति ही क्यों न हो। बिहार चुनाव के बीच तेज प्रताप यादव का यह बयान राजनीतिक रूप से बेहद अहम माना जा रहा है। उन्होंने दलितों के पक्ष में सख्त कार्रवाई की मांग कर न्याय की बात कही, वहीं अपने ही खेमे के विधायक भाई वीरेंद्र पर कड़ा प्रहार करके यह संदेश दिया कि वे कानून से ऊपर किसी को नहीं मानते।
गोपालगंज की घटना और भाई वीरेंद्र पर दर्ज एफआईआर से यह साफ है कि बिहार चुनाव 2025 अब सिर्फ वोट की लड़ाई नहीं, बल्कि छवि और साख की परीक्षा भी बन चुका है।







