स्टेट डेस्क – वेरॉनिका राय
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और बिहार के पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव को केंद्र सरकार ने Y+ श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने यह फैसला सुरक्षा एजेंसियों की रिपोर्ट के आधार पर लिया है। इसके तहत तेज प्रताप यादव की सुरक्षा अब केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (CRPF) के हाथों में होगी।
सूत्रों के मुताबिक, यह सुरक्षा व्यवस्था हाल ही में बिहार में बढ़ते राजनीतिक तनाव और चुनावी माहौल को देखते हुए की गई है। गृह मंत्रालय को मिली रिपोर्ट में तेज प्रताप यादव की सुरक्षा को लेकर संभावित खतरे की आशंका जताई गई थी। इसी के बाद उन्हें यह उच्च श्रेणी की सुरक्षा दी गई है।
भारत में सुरक्षा की श्रेणियां SPG, Z+, Z, Y+ और Y होती हैं। इनमें Y+ श्रेणी तीसरे स्तर की सुरक्षा मानी जाती है, जिसमें लगभग 11 से 15 सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाते हैं। इनमें 2-4 कमांडो हमेशा व्यक्ति के नजदीक रहते हैं, जबकि बाकी सुरक्षाकर्मी उसके आवास और यात्रा के दौरान सुरक्षा घेरा बनाए रखते हैं।
तेज प्रताप यादव के लिए CRPF की विशेष टीम सुरक्षा संभालेगी, जो उनके साथ बिहार और देश के अन्य हिस्सों में भी मौजूद रहेगी। यह सुरक्षा गृह मंत्रालय की मंजूरी के बाद तुरंत प्रभाव से लागू कर दी गई है। तेज प्रताप यादव को Y+ सुरक्षा मिलने के बाद बिहार की राजनीति में नई हलचल तेज हो गई है। विपक्षी दलों का कहना है कि केंद्र सरकार ने यह कदम राजनीतिक उद्देश्य से उठाया है, जबकि राजद समर्थकों का कहना है कि यह तेज प्रताप की लोकप्रियता और प्रभाव का परिणाम है।
आरजेडी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, तेज प्रताप यादव हाल के दिनों में कई जनसभाओं और धार्मिक यात्राओं में सक्रिय रहे हैं। उन्हें लगातार बड़ी भीड़ का समर्थन मिला है, जिससे उनके प्रति खतरे की संभावना भी बढ़ी है। तेज प्रताप यादव ने खुद भी एक बयान में कहा “मैं भगवान पर विश्वास रखता हूं, लेकिन सुरक्षा देना सरकार का कर्तव्य है। मैं जनता की सेवा करता रहूंगा।”
इस फैसले के साथ अब तेज प्रताप यादव बिहार के उन चुनिंदा नेताओं में शामिल हो गए हैं जिन्हें केंद्र सरकार की ओर से Y+ श्रेणी की सुरक्षा दी गई है।







