नेशनल डेस्क, मुस्कान कुमारी |
आगरा: दिल्ली में हुए आत्मघाती आतंकी हमले की जांच अब आगरा तक पहुँच गई है। खुफिया एजेंसियों ने एस.एन. मेडिकल कॉलेज से एमडी की पढ़ाई कर चुके डॉ. परवेज अंसारी को हिरासत में लिया है। परवेज, संदिग्ध महिला डॉ. शाहीन का सगा भाई बताया जा रहा है, जो हमले से जुड़े मॉड्यूल का हिस्सा मानी जा रही है।
आत्मघाती हमलावर की मौत, डीएनए जांच जारी
धमाके को फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़े डॉक्टर उमर मोहम्मद ने अंजाम दिया। यह आई-20 कार में हुआ विस्फोट था, जिसमें उमर की मौके पर ही मौत हो गई। कार के अंदर से उसके शव के टुकड़े बरामद हुए। डीएनए मैचिंग के लिए जम्मू से उसके परिजनों को बुलाया गया है। जांच एजेंसियां पूरे नेटवर्क को खंगाल रही हैं।
डॉक्टरों का संदिग्ध नेटवर्क उजागर; अल फलाह यूनिवर्सिटी के दो और नाम सामने
हमले की तार अल फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़ रही हैं। यहां के दो अन्य डॉक्टरों—मुजम्मिल और शाहीन—से पूछताछ की तैयारी चल रही है। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इनसे किसी संबंध से इनकार किया है, लेकिन एजेंसियां रिकॉर्ड जांच रही हैं।
परवेज अंसारी का बैकग्राउंड चौंकाने वाला है। उसने 2013 में एरा मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस पूरा किया। इसके बाद 2015 में एसएन मेडिकल कॉलेज में एमडी के लिए दाखिला लिया। पढ़ाई के दौरान कुछ समय सीनियर रेजिडेंट के रूप में काम किया और 2016 में इस्तीफा दे दिया। अब उसके पुराने संपर्कों और गतिविधियों की कुंडली खंगाली जा रही है।
जैश-ए-मोहम्मद का नया मॉड्यूल? मेडिकल प्रोफेशन के जरिए सक्रियता
सूत्रों के मुताबिक, यह जैश-ए-मोहम्मद का नया मॉड्यूल हो सकता है, जो डॉक्टरों के पेशे का इस्तेमाल कर रहा था। दिल्ली से आगरा और फरीदाबाद तक खुफिया एजेंसियां अलर्ट मोड में हैं। एसएन मेडिकल कॉलेज के पुराने रिकॉर्ड खोले जा रहे हैं ताकि परवेज के नेटवर्क का पूरा पता लगे।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल, एनआईए और आईबी की टीमें मिलकर काम कर रही हैं। डीसीपी सिटी अली अब्बास ने कहा कि जांच एजेंसियां जो भी डिटेल मांगेंगी, उपलब्ध कराई जाएंगी। यूपी समेत कई राज्यों से तार जुड़ने से मामला गंभीर हो गया है।







