
स्टेट डेस्क, नीतीश कुमार |
कुएँ से मिला आठ माह पूर्व अपहृत महिला का शव, शैम्पू खातुन के रूप में पहचान: जीजा समेत दो गिरफ्तार
दुमका के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के चिरुडीह गांव के एक कुएँ से बंद बोरी में मिले शव की पहचान काठीकुंड के मधुबन गाँव के खैरुद्दीन अंसारी की 20 वर्षीय बेटी शैम्पू खातुन के रूप में हुई है। परिजनों ने शव को पहचान लिया है और उन्होंने हत्या कर शव को कुएँ में फेंक दिए जाने की आशंका जताई। परिजनों की शिकायत पर एसपी ने जांच टीम का गठन किया तथा मामले के उद्भेदन में जीजा समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस अधीक्षक पीताम्बर सिंह खेरवार ने बताया कि शैम्पू 25 दिसम्बर से लापता थी। उसके पिता खैरुद्दीन अंसारी ने 3 जनवरी 2025 को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी और बाद में 7 मई 2025 को अस्ताजोड़ा गांव के बाबू मोहली पर अपहरण का आरोप लगाया था; इस पर काठीकुण्ड थाना में कांड संख्या 25/25 (07 मई 2025) के तहत खोज-बीन शुरू किया गया था।
एसपी के निर्देश पर SDPO विजय कुमार महतो के नेतृत्व में गठित टीम ने तकनीकी साक्ष्य के आधार पर प्राथमिक अभियुक्त 35 वर्षीय शाहिद अंसारी (देवाडीह, थाना शिकारीपाड़ा) को 28 अगस्त को हिरासत में लिया। पूछताछ में शाहिद ने कबूल किया कि 25 दिसम्बर 2024 को जीजा करीम अंसारी ने शैम्पू को बहाने से बरमसिया शिकारीपाड़ा बुलाया और फिर मुफस्सिल थाना क्षेत्र के धमना पहाड़ी के पास चिरुडीह गांव के बाहर सुनसान जगह पर ले जाकर उसका गला दबाकर हत्या कर दी। उसके बाद जीजा ने शव को बोरी में बांधकर भारी पत्थरों के साथ कुएँ में फेंक दिया।
आरोपियों की निशानदेही पर अपहृत शैम्पू का शव बरामद कर लिया गया। एसपी ने बताया कि शैम्पू का पति से तलाक हो चुका था और उसके जीजा उससे रिश्ता बनाना चाह रहे थे; शैम्पू के विरोध करने पर उनकी हत्या की साजिश रची गई। गिरफ्तार दोनों आरोपियों को दुमका पुलिस ने केंद्रीय कारागार भेज दिया है।