
मोतिहारी, एन.के. सिंह |
दुलमा गांव में विशाल निःशुल्क चिकित्सा शिविर का सफल आयोजन: 200 से अधिक मरीजों का हुआ इलाज
पूर्वी चंपारण जिले के मधुबन प्रखंड के दुलमा गांव में आज एक विशाल और जन-कल्याणकारी निःशुल्क चिकित्सा शिविर का सफल आयोजन किया गया। इस शिविर का उद्घाटन स्थानीय विधायक राणा रणधीर सिंह ने किया, जिन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसे स्वास्थ्य शिविरों को लोगों के लिए अत्यंत लाभकारी बताया। श्री सिंह ने कहा कि ऐसे आयोजन स्वास्थ्य सुविधाओं को आमजन तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, खासकर उन लोगों के लिए जो दूरदराज के क्षेत्रों में रहते हैं और जिनके पास नियमित चिकित्सा देखभाल तक पहुंच नहीं होती है।
डॉ. कुणाल किशोर और टीम ने दी विशेषज्ञ सेवाएं; मुफ्त दवाओं का वितरण
इस महत्वपूर्ण शिविर में चर्म रोग विशेषज्ञ डॉ. कुणाल किशोर ने अपनी विशेषज्ञ सेवाएं प्रदान कीं। उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों की विशेष मांग पर यह चिकित्सा शिविर आयोजित किया गया था। डॉ. किशोर और उनकी टीम ने मिलकर दो सौ से अधिक मरीजों का निःशुल्क इलाज किया और उन्हें उचित परामर्श दिया। सुबह से शाम तक मरीजों की भारी भीड़ लगी रही, जो स्वास्थ्य सेवाओं की आवश्यकता को दर्शाती है। इलाज के साथ-साथ, सभी मरीजों को मुफ्त दवाइयाँ भी वितरित की गईं, जिससे उन्हें आर्थिक राहत मिली। दर्जनों गंभीर चर्म रोगियों को उनकी स्थिति के अनुसार विशेष परामर्श और आगे के उपचार के लिए मार्गदर्शन प्रदान किया गया।
महत्वपूर्ण स्वास्थ्य जांचें भी निःशुल्क उपलब्ध
यह शिविर केवल इलाज तक सीमित नहीं था, बल्कि इसमें कई महत्वपूर्ण स्वास्थ्य जांचें भी निःशुल्क की गईं, जिससे लोगों को अपनी स्वास्थ्य स्थिति का व्यापक आकलन करने का अवसर मिला। इनमें सीबीसी (कम्प्लीट ब्लड काउंट), लिपिड प्रोफाइल, लिवर फंक्शन टेस्ट, किडनी फंक्शन टेस्ट और मूत्र विश्लेषण जैसी मूलभूत और महत्वपूर्ण जांचें शामिल थीं। इन जांचों ने उन व्यक्तियों को बड़ा लाभ पहुँचाया जो आमतौर पर महंगी होने के कारण इन्हें करवा पाने में असमर्थ होते हैं। यह कदम बीमारियों का समय पर पता लगाने और प्रभावी उपचार शुरू करने में सहायक साबित हुआ।
स्वास्थ्य जागरूकता और भविष्य की योजनाएं
इस शिविर का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं को सुलभ बनाना था, जिससे आम जनता को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाएँ मिल सकें। भारतीय चिकित्सा संघ के सहयोग से आयोजित इस शिविर ने सामुदायिक स्वास्थ्य के प्रति प्रतिबद्धता का प्रदर्शन किया। आयोजकों ने बताया कि ऐसे शिविरों का आयोजन भविष्य में भी किया जाता रहेगा ताकि अधिक से अधिक लोग स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठा सकें और एक स्वस्थ एवं समृद्ध समाज का निर्माण हो सके।