नेशनल डेस्क, आर्या कुमारी |
नीतीश कटारा हत्याकांड में दोषी रहे सुखदेव पहलवान की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। उम्रकैद की सजा पूरी कर हाल ही में घर लौटे सुखदेव की गाड़ी को एक अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। कटारा हत्याकांड में दोषी ठहराए जाने के बाद वह कुख्यात हो गया था।
दिल्ली के चर्चित नीतीश कटारा हत्याकांड से जुड़े कुशीनगर के चौराखास थाना क्षेत्र के तरुअनवां गांव के टोला कुंभिया निवासी सुखदेव यादव उर्फ पहलवान की मंगलवार रात सड़क हादसे में मौत हो गई। वह दो साथियों के साथ बाइक से जा रहा था, जब तुर्कपट्टी थाना क्षेत्र के फाजिलनगर फोरलेन स्थित बघौचघाट मोड़ के पास स्कार्पियो ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी।
चार महीने पहले ही वह उम्रकैद की सजा काटकर लौटा था। हादसे में घायल दोनों साथियों की हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस ने स्कार्पियो को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।
सुखदेव यादव 2002 के नीतीश कटारा हत्याकांड का अभियुक्त था और 20 साल की सजा काटकर लौटा था। मंगलवार शाम वह गांव के विजय गुप्ता और भागवत सिंह के साथ एक रिश्तेदारी में गया था। देर रात लौटते समय बघौचघाट मोड़ पर हादसा हुआ, जिसमें 55 वर्षीय सुखदेव की मौके पर ही मौत हो गई।
तुर्कपट्टी पुलिस ने घायलों को सीएचसी फाजिलनगर पहुंचाया, जहां से हालत नाजुक होने पर उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। स्कार्पियो टक्कर के बाद डिवाइडर से टकराई। चौकी प्रभारी मधुरिया ब्रह्मानंद उपाध्याय ने बताया कि स्कार्पियो को कब्जे में ले लिया गया है और तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
हत्या के बाद कुशीनगर में ही पकड़ा गया था सुखदेव
2002 के कटारा हत्याकांड के बाद 2004 में जौरा बाजार से भटवलिया जाते समय तत्कालीन थानाध्यक्ष पटहेरवा अजीत मिश्रा ने सुखदेव यादव उर्फ पहलवान को गिरफ्तार किया था। नशे की हालत में वह थानाध्यक्ष की गाड़ी के सामने आ गया था। पूछताछ में खुलासा हुआ कि वह कटारा हत्याकांड का सह-अभियुक्त है, जिसकी तलाश दिल्ली पुलिस कर रही थी।







