
स्टेट डेस्क, नीतीश कुमार |
पटना में पुलिस और बालू माफिया के बीच भीषण संघर्ष, AK-47 के साथ गिरफ्तार....
बिहार की राजधानी पटना में बालू माफिया और स्थानीय पुलिस के बीच एक गंभीर मुठभेड़ की घटना सामने आई है। सिटी एसपी पश्चिमी भानु प्रताप सिंह के नेतृत्व में पुलिस बल सोन नदी के किनारे स्थित आमनाबाद क्षेत्र में बालू तस्करों के विरुद्ध अभियान चलाने गया था।
हिंसक मुकाबला और गिरफ्तारी
पुलिस टीम को देखते ही अपराधियों ने तत्काल AK-47 असॉल्ट राइफल से आक्रामक गोलीबारी शुरू कर दी। इसके जवाब में पुलिस ने भी प्रतिकार किया, जिससे लगभग आधे घंटे तक चली इस मुठभेड़ में दोनों पक्षों से 50-60 राउंड गोलीबारी हुई। अंततः पुलिस की रणनीतिक कार्रवाई के परिणामस्वरूप चार संदिग्धों को हिरासत में लिया गया।
महत्वपूर्ण बरामदगी
इस सफल अभियान में पुलिस के हाथ एक AK-47 राइफल, एक अन्य राइफल और 160 जिंदा कारतूस लगे। यह बरामदगी इस बात का प्रमाण है कि ये अपराधी कितने खतरनाक हथियारों से लैस थे।
रंगदारी का जाल
जांच से पता चला है कि यह गिरोह सोन नदी में बालू परिवहन करने वाले नाविकों से मोटी रकम की रंगदारी वसूलता था। प्रत्येक नाव के लिए वे 6-7 हजार रुपये की मांग करते थे। जो नाविक भुगतान से इंकार करते, उन्हें बंधक बनाकर उनकी नावें जब्त कर ली जातीं।
व्यापक पुलिस अभियान
पटना से लगे बिहटा और मनेर क्षेत्र से होकर बहने वाली सोन नदी के तटीय भागों में पुलिस और स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने संयुक्त रूप से व्यापक कार्रवाई की। हाल के समय में इस क्षेत्र में अवैध बालू व्यापार तेजी से बढ़ रहा था, जिसकी गुप्त जानकारी के आधार पर यह छापेमारी की गई।
पूर्व चेतावनी और हमला
दुर्भाग्य से माफिया को पुलिस की योजना की पूर्व जानकारी मिल गई थी, जिससे वे तैयार थे। बिहटा थाना क्षेत्र के केलहनपुर गांव में इन अपराधियों ने पुलिस टीम पर पहले से ही हमला करके पुलिस वाहन को नुकसान पहुंचाया था। इस घटना के बाद कई थानों की पुलिस फोर्स मौके पर तैनात की गई। इस पूरे मामले में पुलिस ने 31 नामित व्यक्तियों और अनेक अज्ञात संदिग्धों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की है।
जोनल आईजी संजय सिंह ने इस सफल अभियान पर टिप्पणी करते हुए कहा कि यह कार्रवाई संगठित अपराध और बालू माफिया के खिलाफ पुलिस प्रशासन का स्पष्ट संदेश है। उन्होंने आश्वासन दिया कि कानून-व्यवस्था के मामले में किसी भी प्रकार की ढील नहीं बरती जाएगी। गिरफ्तार अपराधियों की गहन पूछताछ के माध्यम से पूरे अपराधिक नेटवर्क का भंडाफोड़ किया जाएगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बालू माफिया और उनके संरक्षकों के विरुद्ध निरंतर कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी। फिलहाल सोन नदी के पूरे क्षेत्र में पुलिस की कड़ी निगरानी बनी हुई है।