
मोतिहारी, एन.के. सिंह |
चंपारण क्षेत्र में अब अपराधियों की काली कमाई पर पुलिस का शिकंजा कसने जा रहा है। पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) हरिकिशोर राय ने भू-माफिया और शराब तस्करों द्वारा अपराध से अर्जित की गई करोड़ों की संपत्ति को जब्त करने के लिए एक विशेष अभियान "फाइनेंशियल स्ट्राइक" की घोषणा की है। इस पहल के तहत, मोतिहारी, बेतिया और बगहा में अवैध रूप से संपत्ति बनाने वाले अपराधियों को निशाना बनाया जाएगा।
डीआईजी ने सभी अनुमंडल अधिकारियों को 12 जून तक अपराधियों की तैयार सूची के साथ समीक्षा बैठक में शामिल होने का निर्देश दिया है। अब तक लगभग 80 प्रतिशत अनुमंडलों से ऐसे पांच-पांच अपराधियों की सूची मिल चुकी है, जिनकी संपत्ति अवैध रूप से अर्जित की गई है। शेष अधिकारियों को तुरंत सूची उपलब्ध कराने की अंतिम चेतावनी दी गई है, अन्यथा लापरवाही के लिए जवाबदेही तय की जाएगी।
इस अभियान को पारदर्शिता और कानूनी मजबूती देने के लिए आर्थिक अपराध इकाई (EOU) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) की सहायता ली जा रही है। अनुमंडल पदाधिकारियों द्वारा भेजी गई सूचियों पर पहले EOU जांच करेगा, जिसके बाद ED संपत्ति जब्ती की प्रक्रिया शुरू करेगा। डीआईजी राय ने बताया कि पहले से चिन्हित 10 अपराधियों में से 70% मामलों में कार्रवाई पूरी हो चुकी है।
इसके साथ ही, स्पीडी ट्रायल के माध्यम से भू-माफिया और शराब तस्करों के लंबित मामलों को जल्द से जल्द निपटाया जाएगा, ताकि अपराधियों को त्वरित सजा मिल सके। यह अभियान उन लोगों पर सीधा प्रहार करेगा जिन्होंने कुछ ही वर्षों में अवैध कमाई से महंगी कोठियां, फार्म हाउस और लग्जरी गाड़ियां खरीदी हैं। डीआईजी राय का स्पष्ट संदेश है कि अब कानून की पकड़ सिर्फ सजा तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि अपराध से कमाई गई संपत्ति पर भी सीधा हमला होगा, जिससे चंपारण में कानून का राज और मजबूत हो सके।