लोकल डेस्क, एन. के. सिंह।
मतदाताओं के उत्साह ने ध्वस्त किए पुराने कीर्तिमान। मोतिहारी: ऐतिहासिक वोटिंग, 71.90% मतदान के साथ कांटे की टक्कर के संकेत
पूर्वी चंपारण: जिले के 12 विधानसभा क्षेत्रों में हुए मतदान ने इस बार इतिहास रच दिया। कड़ी सुरक्षा और शांतिपूर्ण माहौल के बीच मतदाताओं ने अपने घरों से निकलकर मतदान केंद्रों का रुख किया और शाम छह बजे तक जमकर वोटिंग की। मतदाताओं के इस अभूतपूर्व उत्साह ने जिले में पुराने सभी रिकॉर्डों को ध्वस्त कर दिया, जिसके परिणामस्वरूप शाम 6 बजे तक जिले का कुल मतदान प्रतिशत 71.90% तक पहुँच गया।
रिकॉर्ड तोड़ उत्साह: मतदाताओं ने पुराने सभी रिकॉर्ड ध्वस्त किए।
सर्वाधिक भागीदारी: रक्सौल (73.88%) और नरकटिया (73.87%) में सबसे ज़्यादा मतदान।
महिला शक्ति: सुबह से ही महिला मतदाताओं की भागीदारी अधिक देखी गई, उन्होंने बढ़-चढ़कर इस चुनावी महापर्व में भाग लिया। सुरक्षा व्यवस्था: जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल और पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने संभाली कमान, अर्धसैनिक बलों और घुड़सवार पेट्रोलिंग पार्टियों की तैनाती रही। लगातार निगरानी: 4095 मतदान केंद्रों पर सेक्टर, जोनल और सुपर जोनल अधिकारी मतदान प्रक्रिया का जायजा लेते रहे।
सुबह से शाम तक गूँजती रही मतदान की धुन
मतदान शुरू होते ही, लंबी कतारें मतदान केंद्रों के बाहर दिखने लगीं। एक तरफ जहाँ युवा मतदाता पहली बार वोट डालने के रोमांच में थे, वहीं बुजुर्ग भी लोकतंत्र के इस पर्व में पीछे नहीं रहे। खासकर महिलाओं की भागीदारी ने इस चुनाव को एक विशेष आयाम दिया। महिलाएं सुबह से ही वोट डालने के लिए आगे रहीं और उन्होंने पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर अपनी भागीदारी सुनिश्चित की।
कुछ जगहों पर ईबीएम (EVM) में खराबी की खबरें भी आईं, लेकिन जिला प्रशासन की तत्परता से उन्हें तत्काल बदल कर मतदान को बिना किसी रुकावट के फिर से शुरू करा दिया गया। जिलाधिकारी सह निर्वाचन पदाधिकारी सौरभ जोरवाल और पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात लगातार विभिन्न मतदान केंद्रों का दौरा कर स्थिति पर बारीकी से नजर रखे हुए थे। जिले के 4095 मतदान केंद्रों पर सुरक्षा बल के जवान मुस्तैदी से तैनात रहे।
विधानसभावार मतदान प्रतिशत (शाम 6 बजे तक):
विधानसभा क्षेत्र मतदान प्रतिशत
- रक्सौल 73.88%
- नरकटिया 73.87%
- हरसिद्धि 73.32%
- कल्याणपुर 71.95%
- मोतिहारी 71.61%
- पीपरा 72.53%
- ढाका ,72.77%
- सुगौली | 69.92%,
- गोविंदगंज | 68.16% ,
- केसरिया 67.04%
- मधुबन 68.08% ,
- चिरैया 67.35%
बढ़े हुए मतदान प्रतिशत ने यह संकेत दिया है कि इस बार हर विधानसभा क्षेत्र में कांटे की लड़ाई देखने को मिलेगी। कहीं त्रिकोणीय मुकाबला, कहीं चतुष्कोणीय, तो कहीं आमने-सामने की टक्कर होने की प्रबल संभावना है। अब सभी की निगाहें 14 नवंबर की मतगणना पर टिकी हैं, जब यह साफ हो जाएगा कि जनता ने किसके सिर पर जीत का ताज सजाया है।







