
एंटरटेनमेंट डेस्क, श्रेयांश पराशर l
बिग बॉस 19 के लेटेस्ट एपिसोड ने एक बार फिर विवाद खड़ा कर दिया है। एपिसोड में फरहाना भट और नीलं गिरी के बीच हुई बहस ने घर का माहौल पूरी तरह बदल दिया। दरअसल, तान्या मित्तल और जीशान कादरी के बीच काम को लेकर तकरार शुरू हुई थी। इसी बीच फरहाना भट ने नीलं गिरी पर निशाना साधते हुए उन्हें "दो पैसे की औरत" कह डाला। यह टिप्पणी सुनते ही नीलं भावुक हो गईं और रोने लगीं। बाद में उन्होंने तान्या और कुनिका से इस बारे में शिकायत की, जिसके बाद दोनों भी भड़क उठीं।
इस बयान की गूंज पूरे घर में सुनाई दी। जीशान, अमाल मलिक, बशीर और गौरव खन्ना जैसे सदस्य भी फरहाना के इस व्यवहार से नाराज दिखे और खुलकर निंदा की। शो में यह पहली बार नहीं है जब फरहाना अपने गुस्से और तल्ख भाषा को लेकर चर्चा में रही हैं। हालांकि, इस बार उनका बयान बेहद व्यक्तिगत और अपमानजनक माना जा रहा है। बिग बॉस जैसे शो में जहां हर शब्द और हर हरकत लाखों दर्शकों तक पहुंचती है, वहां इस तरह की टिप्पणी सोशल मीडिया पर भी बड़े विवाद का कारण बन सकती है।
यह विवाद केवल दो प्रतिभागियों के बीच की लड़ाई नहीं है, बल्कि यह दिखाता है कि बिग बॉस के घर में "लैंग्वेज" और "पर्सनल अटैक" किस हद तक शो की दिशा बदल सकते हैं। दर्शक ऐसे वक्तव्यों को गंभीरता से लेते हैं और यह शो की टीआरपी को भी प्रभावित करता है। वहीं, शो के अन्य सदस्य फरहाना के खिलाफ खड़े नजर आए, जो इस बात की ओर इशारा करता है कि घर के भीतर भी उनके लिए माहौल कठिन हो सकता है।
कुल मिलाकर, बिग बॉस 19 का यह एपिसोड एक सबक भी देता है कि रियलिटी शो में मनोरंजन और विवाद की पतली रेखा को पार करना किसी प्रतिभागी की छवि और सफर दोनों के लिए खतरनाक हो सकता है।