Ad Image
Ad Image
टाइफून मातमो तूफान को लेकर चीन में ऑरेंज अलर्ट, सेना तैयार || हमास बंधकों को करेगा रिहा, राष्ट्रपति ट्रंप ने गाजा पर बमबारी रोकने को कहा || पहलगाम हमले के बाद पता चला कौन भारत का असली मित्र: मोहन भागवत || भारत के साथ व्यापार असंतुलन कम करने का अपने अधिकारियों को पुतिन का आदेश || मेक्सिको की राष्ट्रपति शीनबाम की इजरायल से अपील, हिरासत में लिए मेक्सिको के नागरिकों को जल्दी रिहा करें || शास्त्रीय गायक पद्मविभूषण छन्नूलाल मिश्र का मिर्जापुर में निधन, PM मोदी ने दी श्रद्धांजलि || स्वदेशी और आत्मनिर्भरता का कोई विकल्प नहीं: मोहन भागवत || अमित शाह ने कहा, देश अगले 31 मार्च तक नक्सलवादी लाल आतंक से मुक्त होगा || भारतीय क्रिकेट टीम ने जीता एशिया कप, PM समेत पूरे देश ने दी बधाई || तमिलनाडु: एक्टर विजय की रैली में भगदड़, 31 की मौत, 40 से ज्यादा घायल

The argument in favor of using filler text goes something like this: If you use any real content in the Consulting Process anytime you reach.

  • img
  • img
  • img
  • img
  • img
  • img

Get In Touch

बरेली: साली संग जीजा और जीजा की बहन संग साला फरार

लोकल डेस्क, श्रेयांश पराशर l

बरेली ज़िले से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जिसने स्थानीय लोगों को हैरान कर दिया। घटनाक्रम ऐसा रहा कि पहले एक जीजा अपनी पत्नी की बहन (साली) को लेकर फरार हो गया और अगले ही दिन साला अपनी जीजा की बहन को लेकर भाग निकला। यह पूरा मामला बरेली के देवरानिया थाना क्षेत्र का है।

पुलिस के अनुसार, 28 वर्षीय केशव कुमार ने 19 वर्षीय साली संग घर छोड़ दिया। मामला तूल पकड़ता उससे पहले ही केशव का साला रवींद्र (22 वर्ष) भी केशव की 19 वर्षीय बहन को लेकर फरार हो गया। लगातार दो दिनों तक इस तरह की घटनाओं ने गांव में सनसनी फैला दी।

हालांकि पुलिस ने दोनों लड़कियों को क्रमशः 14 और 15 सितंबर को बरामद कर लिया। बाद में पता चला कि दोनों परिवारों के बीच आपसी सहमति बन चुकी है। इसी वजह से किसी भी पक्ष ने कानूनी कार्रवाई की मांग नहीं की। पुलिस ने भी स्पष्ट किया कि चूंकि मामला आपसी समझौते से सुलझ गया है, इसलिए विधिक कार्यवाही नहीं की जाएगी।

इस प्रकरण ने एक बार फिर सामाजिक रिश्तों और पारिवारिक मूल्यों को चर्चा के केंद्र में ला दिया है। गांवों में इस तरह की घटनाएं अक्सर रिश्तों के टूटने और सामाजिक असहजता का कारण बनती हैं। वहीं, इस मामले ने यह भी दिखा दिया कि कई बार पारिवारिक रिश्तों की जटिलताएं कानून-व्यवस्था के लिए चुनौती बन जाती हैं।

समाजशास्त्रियों के अनुसार, इस प्रकार की घटनाएं ग्रामीण समाज में बदलते संबंधों और व्यक्तिगत स्वतंत्रता की ओर बढ़ते रुझान का संकेत देती हैं। जहां एक ओर परिवार इन रिश्तों को निजी मामला मानकर समझौते से हल कर लेता है, वहीं दूसरी ओर यह समाज के लिए सोचने का विषय भी है कि किस प्रकार परंपरागत रिश्तों की परिभाषा बदल रही है।