
स्टेट डेस्क, आर्या कुमारी |
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग अक्टूबर के पहले सप्ताह में कर सकता है। संभावना है कि मतदान दो चरणों में होगा। यह चुनाव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले एनडीए और विपक्षी महागठबंधन के बीच अहम मुकाबला होगा।
चुनाव आयोग जल्द ही तारीखों की घोषणा कर सकता है। माना जा रहा है कि चुनाव दो चरणों में संपन्न होंगे। यह हाई-प्रोफाइल मुकाबला नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले एनडीए और विपक्षी महागठबंधन के बीच कड़ा होगा। राहुल गांधी पहले ही वोट चोरी के आरोपों को लेकर राज्यव्यापी यात्रा कर चुके हैं, वहीं आरजेडी नेता तेजस्वी यादव बेरोजगारी और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर अभियान चला रहे हैं।
जातीय जनगणना के बाद पहला चुनाव
यह पहला विधानसभा चुनाव होगा, जो 2023 में नीतीश सरकार की जातीय गणना के बाद हो रहा है। इस सर्वे ने सामाजिक न्याय, आरक्षण और सत्ता में हिस्सेदारी पर नई बहस को जन्म दिया है। करीब दो दशकों से सत्ता में बने नीतीश कुमार के लिए यह बड़ा इम्तिहान होगा। अगर वे फिर से जनता को भरोसा दिला पाते हैं, तो यह एनडीए की बड़ी जीत होगी।
बिहार की जातीय तस्वीर
राज्य के चुनाव लंबे समय से जातिगत आधार पर लड़े जाते रहे हैं और इस बार भी स्थिति बदलने की संभावना कम है। जातीय सर्वे ने इस जंग को और तेज कर दिया है। सर्वे के मुताबिक, बिहार की 63% आबादी ओबीसी और ईबीसी वर्ग से है। इसमें यादव 14%, ईबीसी 36% और अन्य जातियां जैसे कुशवाहा व कुर्मी शामिल हैं। अनुसूचित जाति (SC) 19%, सवर्ण 15% और मुस्लिम आबादी लगभग 17% है।