स्टेट डेस्क, आर्या कुमारी ।
बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण की वोटिंग मंगलवार को होगी। 122 सीटों पर मतदान के लिए चार लाख से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। राज्यभर में 45 हजार से ज्यादा मतदान केंद्र बनाए गए हैं। सुरक्षा एजेंसियों ने हर बूथ को समान रूप से संवेदनशील मानते हुए शांतिपूर्ण और निष्पक्ष माहौल सुनिश्चित करने की तैयारी की है।
दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को होना है, जिसके लिए पूरे राज्य में सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए गए हैं। चुनाव आयोग के अधिकारियों के मुताबिक़, निष्पक्ष मतदान को सुनिश्चित करने के लिए चार लाख से ज्यादा सुरक्षाकर्मी चुनाव ड्यूटी पर लगाए गए हैं।
इस चरण में 122 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी। इसके लिए कुल 45,399 मतदान केंद्र तैयार किए गए हैं, जिनमें 40,073 ग्रामीण इलाकों में हैं। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हर बूथ को संवेदनशील माना गया है और किसी भी संभावित गड़बड़ी को रोकने के लिए चौकसी बढ़ाई गई है।
न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि चुनाव ड्यूटी के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) की 1,500 कंपनियां राज्य में तैनात हैं। इनमें 500 कंपनियां पहले से मौजूद थीं, जबकि 1,000 अतिरिक्त कंपनियां अक्टूबर के तीसरे सप्ताह में पहुंची थीं। इनके अलावा बिहार पुलिस के 60,000 जवान, अन्य राज्यों से आए 2,000 रिज़र्व बटालियन कर्मी, बिहार स्पेशल आर्म्ड पुलिस के 30,000 जवान, 20,000 होमगार्ड, 19,000 नए भर्ती कांस्टेबल और करीब 1.5 लाख चौकीदार सुरक्षा ड्यूटी में शामिल हैं।
ड्रोन से निगरानी
अधिकारियों का कहना है कि पूरे राज्य में ड्रोन के जरिए निगरानी की जा रही है, जबकि संवेदनशील क्षेत्रों में केंद्रीय बलों का फ्लैग मार्च भी जारी है। राज्य निर्वाचन विभाग ने सभी मतदान केंद्रों पर माइक्रो ऑब्जर्वर और वेबकास्टिंग की व्यवस्था की है ताकि किसी भी गड़बड़ी की स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके।
पहले चरण में 121 सीटों पर मतदान हुआ था, जिसमें 65 प्रतिशत से अधिक मतदान दर्ज किया गया था, जो अब तक का सबसे ज्यादा मतदान प्रतिशत है। चुनाव आयोग को उम्मीद है कि दूसरे चरण में भी मतदाता बड़ी संख्या में अपने मत का इस्तेमाल करेंगे।







