स्टेट डेस्क,श्रेयांश पराशर l
बिहार विधानसभा चुनाव की मतगणना शुक्रवार सुबह 8 बजे से शुरू हो गई है। शुरुआती एक घंटे की गिनती के बाद तस्वीर साफ होने लगी है। शुरूआती रुझानों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) एनडीए गठबंधन में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरती हुई दिखाई दे रही है। भाजपा इस समय 64 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। वहीं एनडीए गठबंधन कुल 130 से अधिक सीटों पर आगे है, जिससे यह संकेत मिलने लगे हैं कि बिहार में एक बार फिर एनडीए की सरकार बन सकती है।
सबसे पहले पोस्टल बैलेट्स की गिनती की गई, जिसमें भाजपा और जदयू को बढ़त मिलती दिखी। इस बार का चुनाव इसलिए भी खास है क्योंकि पहली बार भाजपा और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने बराबर-बराबर यानी 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ा है। 2020 के चुनाव में भाजपा 74 सीटें जीतकर दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनी थी, जबकि जदयू को 43 सीटें मिली थीं। लेकिन इस बार दोनों पार्टियां बराबरी से मैदान में हैं, इसलिए मुकाबला और दिलचस्प हो गया है।
जैसे-जैसे रुझान आ रहे हैं, भाजपा कार्यालयों के बाहर कार्यकर्ताओं में उत्साह देखने को मिल रहा है। कुछ जगहों पर कार्यकर्ता विधानसभा की आरती उतारते हुए भी देखे गए। इससे पहले बिहार के डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा मतगणना शुरू होने से पहले मंदिर पहुंचे और पूजा-अर्चना की। वहीं राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यदि यह रुझान अंतिम परिणामों में भी बरकरार रहता है तो 2010 के रिकॉर्ड भी टूट सकते हैं।
बिहार की कुल 243 विधानसभा सीटों में बहुमत का आंकड़ा 122 है। शुरुआती रुझानों में एनडीए इस आंकड़े को आसानी से पार करता दिख रहा है। हालांकि अभी कई चरणों की गिनती बाकी है, इसलिए अंतिम परिणाम आने में कुछ समय लग सकता है। फिर भी शुरुआती संकेत बताते हैं कि भाजपा और एनडीए इस बार मजबूती से सत्ता में वापसी कर सकते हैं।







