स्टेट डेस्क, प्रीति पायल |
16 अक्टूबर 2025 को बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पटना के दानापुर में एक बड़ी रैली में भाषण दिया। इस चुनावी सभा में उन्होंने भाजपा के उम्मीदवार राम कृपाल यादव का साथ दिया और हजारों लोगों के सामने अपनी बात रखी।
योगी जी ने अपनी तीखी भाषा में कहा कि उत्तर प्रदेश में माफिया अब नर्क की यात्रा कर रहे हैं। उन्होंने आरजेडी पर आरोप लगाया कि उनके साथी लोग अराजकता फैलाते थे, और अब उनका क्या हश्र हो रहा है। मुख्यमंत्री ने बताया कि यूपी में अपराधियों की जायदाद छीनकर गरीबों के लिए मकान बनाए जा रहे हैं, और वादा किया कि बिहार में भी एनडीए की जीत के बाद ऐसा ही होगा।
योगी जी ने बुर्का विवाद को लेकर आरजेडी और कांग्रेस पर हमला किया। उन्होंने सवाल किया कि क्या घुसपैठिए बिहार में वोट डालेंगे और क्या वे बिहारियों के हक छीनेंगे। उन्होंने इसे नकली मतदाताओं को बढ़ावा देने की चाल बताया।
मुख्यमंत्री ने 1990 से 2005 तक के आरजेडी शासन को जंगल राज कहा और दावा किया कि तब बिहार ज्ञान का केंद्र था, लेकिन भाई-भतीजावाद ने इसे खराब कर दिया।
योगी जी ने दोनों राज्यों की सांस्कृतिक एकता की बात की और अयोध्या-सीतामढ़ी के बीच बेहतर कनेक्टिविटी की योजना का जिक्र किया। उन्होंने "डबल इंजन सरकार" का फायदा बताया।
यह सभा भाजपा की चुनावी रणनीति का हिस्सा थी, जहां नीतीश कुमार के साथ मिलकर विपक्ष को घेरने की कोशिश हो रही है। सोशल मीडिया पर यह बयान वायरल हो गया और कई हैशटैग ट्रेंड किए।
आरजेडी ने योगी के बयानों को भड़काने वाला करार दिया और कांग्रेस ने भी बुर्का मुद्दे पर सवाल खड़े किए। हालांकि, विपक्ष का ध्यान यूपी के दलित मुद्दों पर भी गया।
यह रैली बिहार चुनाव की गर्माहट बढ़ाएगी, जहां विकास और कानून व्यवस्था मुख्य मुद्दे हैं।







