
स्टेट डेस्क, प्रीति पायल |
आगामी विधानसभा चुनाव को शांतिपूर्ण, पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराने के लिए प्रशासन ने कड़े कदम उठाए हैं। इसके तहत संवेदनशील इलाकों में चेक पोस्ट बनाए गए हैं और नकदी, शराब, हथियारों समेत अन्य आपत्तिजनक सामग्रियों की सख्त निगरानी की जा रही है। खास तौर पर, यदि कोई व्यक्ति 50 हजार रुपये से अधिक नकदी ले जाता पाया गया तो उसके खिलाफ तत्काल कार्रवाई होगी।
- स्थैतिक निगरानी दल : संवेदनशील स्थानों पर वाहनों और व्यक्तियों की जांच के लिए चेक पोस्ट तैनात किए गए हैं। इन जांच चौकियों का मकसद अवैध नकदी, शराब, हथियार, गोला-बारूद और असामाजिक गतिविधियों को रोकना है।
- फ्लाइंग स्क्वॉड: क्षेत्र में सक्रिय रहकर अचानक जांच करेंगे और स्थैतिक निगरानी दल के कामकाज पर भी नजर रखेंगे।
- 50 हजार रुपये से अधिक नकदी: उम्मीदवार, एजेंट या पार्टी कार्यकर्ता के पास इतनी राशि पाए जाने पर तत्काल जब्ती की जाएगी।
- 1 लाख रुपये से अधिक मूल्य की सामग्री: पोस्टर, बैनर, शराब, ड्रग्स, हथियार या मतदाताओं को प्रभावित करने वाली सामग्री (जैसे साड़ी, कंबल आदि) ले जाने वाले वाहनों को जब्त किया जाएगा। नशीले पदार्थ या हथियार मिलने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
- वीडियोग्राफी और सीसीटीवी: सभी चेक पोस्ट पर जांच की प्रक्रिया रिकॉर्ड की जाएगी।
- मजिस्ट्रेट की मौजूदगी: बिना कार्यकारी मजिस्ट्रेट के जांच अमान्य मानी जाएगी।
- फुटेज का रिकॉर्ड: वीडियो में तारीख, स्थान और जांच दल का नंबर दर्ज होगा, जिसे अगले दिन रिटर्निंग ऑफिसर को सौंपा जाएगा
- फुटेज की उपलब्धता: कोई भी व्यक्ति 3,000 रुपये शुल्क देकर इसकी कॉपी प्राप्त कर सकता है।
- जब्ती और जांच की रिपोर्ट रोजाना रिटर्निंग ऑफिसर को सौंपी जाएगी।
- शिष्ट व्यवहार: जांच दलों को सम्मानजनक और विनम्र आचरण करने के निर्देश दिए गए हैं।
- महिला अधिकारी की मौजूदगी में ही महिला का पर्स या सामान जांचा जाएगा।
- निगरानी का दायित्व: फ्लाइंग स्क्वॉड स्थैतिक दलों के आचरण पर भी निगरानी रखेंगे
सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को चुनाव प्रक्रिया के दौरान निष्पक्षता और आचार संहिता के पालन को लेकर प्रशिक्षित किया गया है। प्रशिक्षण में कर्तव्यों और जिम्मेदारियों पर विशेष जोर दिया गया है।