स्टेट डेस्क, नीतीश कुमार।
बिहार विधानसभा चुनाव की मतगणना शुक्रवार, 14 नवंबर को सुबह 8 बजे शुरू होगी। चुनाव आयोग ने प्रक्रिया को पारदर्शी, सुरक्षित और प्रभावी बनाने के लिए विस्तृत दिशानिर्देश जारी किए हैं। सबसे पहले पोस्टल बैलेट की गिनती होगी, जबकि ईवीएम की गणना सुबह 8:30 बजे से शुरू की जाएगी। पोस्टल बैलेट की गिनती रिटर्निंग ऑफिसर या असिस्टेंट रिटर्निंग ऑफिसर की मौजूदगी में, उम्मीदवारों या उनके अधिकृत प्रतिनिधियों के सामने की जाएगी।
राज्य की सभी 243 विधानसभा सीटों के लिए मतगणना की व्यवस्था की गई है। प्रत्येक क्षेत्र में एक रिटर्निंग ऑफिसर और एक काउंटिंग ऑब्जर्वर नियुक्त होंगे। हर राउंड के नतीजे और विधानसभा-वार आंकड़े संबंधित आरओ द्वारा चुनाव आयोग की आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड किए जाएंगे।
ईवीएम की गिनती के दौरान, प्रत्येक कंट्रोल यूनिट को टेबल पर लाया जाएगा और एजेंटों को दिखाया जाएगा कि उसकी सील और सीरियल नंबर ठीक उसी प्रकार दर्ज हैं जैसे रिकॉर्ड में उल्लेखित है। यदि किसी बूथ में मतों की संख्या या रिकॉर्ड में कोई विसंगति पाई जाती है तो उस केंद्र की वीवीपैट पर्चियों की गिनती अनिवार्य रूप से की जाएगी।
पूरे राज्य में 4,372 काउंटिंग टेबल लगाए गए हैं। हर टेबल पर एक काउंटिंग सुपरवाइज़र, एक काउंटिंग असिस्टेंट और एक माइक्रो ऑब्जर्वर तैनात होगा। इसके अलावा उम्मीदवारों द्वारा नियुक्त 18,000 से अधिक काउंटिंग एजेंट मतगणना की निगरानी करेंगे ताकि प्रक्रिया पारदर्शी और निष्पक्ष बनी रहे।
ईवीएम गणना पूरी होते ही हर विधानसभा में पांच मतदान केंद्रों का यादृच्छिक चयन किया जाएगा, जहाँ वीवीपैट पर्चियों को ईवीएम परिणामों से मिलाया जाएगा। यह कार्य उम्मीदवारों और उनके एजेंटों की उपस्थिति में होगा।
ध्यान देने योग्य है कि बिहार विधानसभा चुनाव में एक भी पुनर्मतदान नहीं हुआ। 2,616 उम्मीदवारों और 12 मान्यता प्राप्त दलों में से किसी ने भी पुनर्मतदान की मांग नहीं की।
इसी प्रकार, विशेष गहन पुनरीक्षण के दौरान भी किसी जिले से कोई आपत्ति दर्ज नहीं की गई। राज्य के सभी 38 जिलों में चुनाव शांतिपूर्ण और सुव्यवस्थित तरीके से संपन्न हुए।
चुनाव आयोग के अनुसार 7,45,26,858 पंजीकृत मतदाताओं वाले बिहार में यह उपलब्धि आयोग की कार्यकुशलता और मतदाताओं की जागरूकता का प्रमाण है। आयोग ने मतदाताओं, राजनीतिक दलों और मीडिया को सलाह दी है कि वे परिणाम केवल आधिकारिक पोर्टल से ही प्राप्त करें और किसी भी अफवाह, अप्रमाणिक संदेश या गैर-आधिकारिक स्रोतों पर भरोसा न करें।
आयोग ने बताया कि बिहार ने न सिर्फ शांतिपूर्ण चुनाव कराया, बल्कि 67.13 प्रतिशत मतदान के साथ जनता ने लोकतंत्र के प्रति अपनी प्रतिबद्धता भी प्रदर्शित की है।







