
स्टेट डेस्क, प्रीति पायल |
लखपति दीदी योजना: 2 करोड़ महिलाएं आत्मनिर्भर, बिहार में नई पहल शुरू.....
प्रधानमंत्री मोदी ने लखपति दीदी योजना के तहत 2 करोड़ महिलाओं की सफलता की घोषणा की है। बिहार में 26 सितंबर 2025 को आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने इस उपलब्धि को रेखांकित किया। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी लखपति दीदी पहल का मूल उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक स्वावलंबन दिलाना है। यह कार्यक्रम स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं को प्रति वर्ष एक लाख रुपये की आमदनी हासिल करने में मदद करता है। इसके लिए उन्हें व्यावसायिक प्रशिक्षण, वित्तीय सहायता और बाजार से जोड़ने की सुविधा प्रदान की जाती है।
15 अगस्त 2023 में स्वतंत्रता दिवस भाषण के दौरान पीएम मोदी ने इस योजना की शुरुआत की घोषणा की थी। प्रारंभ में 2 करोड़ महिलाओं को लक्षित करने वाली यह योजना बाद में फरवरी 2024 के बजट में 3 करोड़ तक विस्तारित की गई। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने उस समय बताया कि पहले से ही 9 करोड़ महिलाएं स्वयं सहायता समूहों का हिस्सा हैं।
सितंबर 2025 तक के आंकड़े बताते हैं कि 2 करोड़ से अधिक महिलाएं इस योजना के तहत लखपति का दर्जा हासिल कर चुकी हैं। मार्च 2024 में यह संख्या 1 करोड़ थी, जो दर्शाता है कि पिछले छह महीनों में योजना की रफ्तार तेज हुई है। 3 करोड़ का अंतिम लक्ष्य निर्धारित समय से पहले पूरा होने की संभावना है।
बिहार की मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के शुभारंभ के दौरान 75 लाख महिलाओं के खातों में प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण के माध्यम से 10,000 रुपये भेजे गए। व्यवसाय की समीक्षा के बाद प्रत्येक लाभार्थी को अधिकतम 2 लाख रुपये की अतिरिक्त सहायता मिल सकती है।
यह कार्यक्रम न केवल महिलाओं की आर्थिक स्थिति सुधार रहा है बल्कि वे अन्य लोगों को भी रोजगार के अवसर प्रदान कर रही हैं। महाराष्ट्र जैसे राज्यों में 11 लाख महिलाएं लाभान्वित हुई हैं। इसके अलावा महिलाएं बैंकिंग, ड्रोन संचालन और बीमा क्षेत्र में भी प्रशिक्षित हो रही हैं।
यह योजना "विकसित भारत 2047" के दृष्टिकोण का एक महत्वपूर्ण घटक है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत चलने वाली यह पहल मुद्रा योजना, ड्रोन दीदी और बैंक दीदी जैसी अन्य कार्यक्रमों के साथ मिलकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बना रही है।