स्टेट डेस्क – वेरॉनिका राय
बिहार में अपराध और माफियागिरी के खिलाफ राज्य पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है। डीजीपी विनय कुमार ने बताया कि आने वाले दिनों में लगभग 1700 कुख्यात अपराधियों और माफियाओं की अवैध संपत्ति जब्त की जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए यह कदम बेहद ज़रूरी है।
डीजीपी विनय कुमार ने समीक्षा बैठक के बाद बताया कि राज्य के 400 बड़े अपराधियों, जिनमें जमीन माफिया, भू-माफिया, बालू माफिया और संगठित अपराध से जुड़े लोग शामिल हैं—इनकी पूरी रिपोर्ट तैयार कर कोर्ट को भेज दी गई है।
रिपोर्ट में उनकी अवैध संपत्तियों का पूरा ब्योरा शामिल है, जैसे—
* बैंक खाते
* जमीन
* निवेश
* कारोबारी गतिविधियाँ
* विभिन्न दस्तावेज
डीजीपी ने कहा कि कोर्ट का आदेश मिलते ही संपत्ति जब्ती की प्रक्रिया तुरंत शुरू कर दी जाएगी।
उन्होंने आगे बताया कि पुलिस अब 1200 से 1300 और कुख्यात अपराधियों की सूची तैयार कर रही है। उन सभी की अवैध संपत्तियों की जानकारी भी एकत्र की जा रही है, जिसे जल्द ही कोर्ट को भेजा जाएगा।
इस तरह कुल संख्या 1700 के करीब पहुँच जाएगी।
डीजीपी विनय कुमार ने कहा:
"राज्य सरकार और पुलिस की नीति बिल्कुल साफ है—अपराधियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। माफियाओं का राज खत्म होगा।"
आर्थिक कमर तोड़ने की रणनीति
डीजीपी ने साफ कहा कि माफियाओं को रोकने का सबसे बड़ा तरीका है उनकी आर्थिक शक्ति खत्म करना।
उन्होंने कहा:
"जब माफियाओं के पैसे के स्रोत खत्म होंगे, तो संगठित अपराध अपने आप कमजोर पड़ जाएगा।"
महिला सुरक्षा: 2000 स्कूटी पर महिला पुलिस की तैनाती
समीक्षा बैठक में डीजीपी ने शिक्षण संस्थानों के पास बढ़ रहे छेड़खानी और उत्पीड़न के मामलों को भी गंभीरता से लिया।
उन्होंने बताया कि जल्द ही 2000 स्कूटी पर महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी, जो
* स्कूलों
* कॉलेजों
* कोचिंग सेंटर्स
के आसपास लगातार निगरानी रखेंगी।
इसका मकसद लड़कियों और महिलाओं के लिए एक सुरक्षित माहौल बनाना है।







