Ad Image
Ad Image
टाइफून मातमो तूफान को लेकर चीन में ऑरेंज अलर्ट, सेना तैयार || हमास बंधकों को करेगा रिहा, राष्ट्रपति ट्रंप ने गाजा पर बमबारी रोकने को कहा || पहलगाम हमले के बाद पता चला कौन भारत का असली मित्र: मोहन भागवत || भारत के साथ व्यापार असंतुलन कम करने का अपने अधिकारियों को पुतिन का आदेश || मेक्सिको की राष्ट्रपति शीनबाम की इजरायल से अपील, हिरासत में लिए मेक्सिको के नागरिकों को जल्दी रिहा करें || शास्त्रीय गायक पद्मविभूषण छन्नूलाल मिश्र का मिर्जापुर में निधन, PM मोदी ने दी श्रद्धांजलि || स्वदेशी और आत्मनिर्भरता का कोई विकल्प नहीं: मोहन भागवत || अमित शाह ने कहा, देश अगले 31 मार्च तक नक्सलवादी लाल आतंक से मुक्त होगा || भारतीय क्रिकेट टीम ने जीता एशिया कप, PM समेत पूरे देश ने दी बधाई || तमिलनाडु: एक्टर विजय की रैली में भगदड़, 31 की मौत, 40 से ज्यादा घायल

The argument in favor of using filler text goes something like this: If you use any real content in the Consulting Process anytime you reach.

  • img
  • img
  • img
  • img
  • img
  • img

Get In Touch

भारत अल्पसंख्यकों के लिए सबसे सुरक्षित, क्योंकि बहुसंख्यक हिंदू सहिष्णु हैं: किरेन रिजिजू

नेशनल डेस्क, वेरोनिका राय |

"भारत अल्पसंख्यकों के लिए सबसे सुरक्षित देश, क्योंकि बहुसंख्यक हिंदू सहिष्णु हैं: केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू"

केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने एक साक्षात्कार में कहा है कि भारत अल्पसंख्यकों के लिए दुनिया का सबसे सुरक्षित देश है, और इसका प्रमुख कारण है देश में हिंदुओं की बहुसंख्यक उपस्थिति, जो स्वभाव से सहिष्णु और धर्मनिरपेक्ष हैं। उन्होंने कहा कि भारत में रहने वाले किसी भी अल्पसंख्यक को न तो स्वतंत्रता की कमी है और न ही सुरक्षा की।

रिजिजू ने कांग्रेस समर्थित वामपंथी तंत्र पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वह देश में अल्पसंख्यकों को लेकर गलत धारणा फैला रहा है—जैसे कि उन्हें उत्पीड़न का सामना करना पड़ता है, मॉब लिंचिंग की घटनाएं आम हैं और भारत उनके लिए असुरक्षित है। उन्होंने कहा, “ऐसी बातें भारत की छवि को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नुकसान पहुंचाती हैं और यह देश के साथ अन्याय है।”

उन्होंने जोर देकर कहा कि अगर कोई व्यक्ति यह कहता है कि वह भारत में असुरक्षित है, तो वह न केवल तथ्यों से परे है बल्कि भारत जैसे धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र के साथ गंभीर अन्याय भी कर रहा है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा, “कल्पना कीजिए कि अगर विभाजन के वक्त मैं पाकिस्तान या बांग्लादेश का हिस्सा बन गया होता, तो आज मैं एक शरणार्थी होता।”

रिजिजू ने यह भी कहा कि भारत में कानून का शासन है, संविधान है और सभी नागरिक—चाहे बहुसंख्यक हों या अल्पसंख्यक—कानून के सामने समान हैं। उन्होंने कहा, “बहुसंख्यकों को जो अधिकार मिलते हैं, वे सभी अल्पसंख्यकों को भी मिलते हैं। बल्कि कुछ मामलों में अल्पसंख्यकों को विशेष सुविधाएं दी जाती हैं, जो बहुसंख्यकों को नहीं मिलतीं।”

तिब्बत, म्यांमार और श्रीलंका से आए शरणार्थियों का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि भारत हमेशा संकट में फंसे लोगों के लिए एक आश्रय स्थल रहा है। तिब्बती, श्रीलंकाई तमिल, म्यांमार के लोकतंत्र समर्थक कार्यकर्ता और बांग्लादेश तथा पाकिस्तान से आए अल्पसंख्यक भारत में शरण लेने आए क्योंकि उन्हें यहां के संविधान और जनता पर विश्वास है।

अंत में उन्होंने कहा, “भारत की ताकत इसकी विविधता, सहिष्णुता और समावेशिता में है। यही कारण है कि यह देश आज भी दुनिया में अल्पसंख्यकों के लिए सबसे सुरक्षित स्थान बना हुआ है।"