श्रेया पांडेय
भारत सरकार ने 26 मई 2025 को 'भारत फोरकास्ट सिस्टम' (BFS) का शुभारंभ किया, जो देश का पहला उच्च-रिज़ॉल्यूशन मौसम पूर्वानुमान मॉडल है।
इस प्रणाली को भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (IITM) ने पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के तहत विकसित किया है। यह प्रणाली 6 किलोमीटर के ग्रिड पर कार्य करती है, जिससे मध्यम और अल्पकालिक मौसम पूर्वानुमान की सटीकता में 30% से 64% तक की वृद्धि हुई है।
BFS का उद्देश्य मानसून पैटर्न, चक्रवातों और अन्य चरम मौसम घटनाओं की भविष्यवाणी में सुधार करना है। यह प्रणाली आपदा प्रबंधन और कृषि योजना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। विश्व स्तर पर, यह प्रणाली सबसे सटीक पूर्वानुमान मॉडलों में से एक मानी जा रही है।
इस प्रणाली के माध्यम से, भारत अब मौसम पूर्वानुमान की सटीकता में अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ जैसे देशों के समकक्ष हो गया है। यह प्रणाली देश के विभिन्न क्षेत्रों में मौसम की सटीक जानकारी प्रदान करेगी, जिससे किसानों, मछुआरों और आपदा प्रबंधन एजेंसियों को समय पर निर्णय लेने में सहायता मिलेगी।
BFS के शुभारंभ से भारत की मौसम विज्ञान क्षमता में एक महत्वपूर्ण उन्नति हुई है, जो देश को मौसम संबंधित आपदाओं से निपटने में अधिक सक्षम बनाएगी।