स्टेट डेस्क - प्रीति पायल
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के संदर्भ में एक महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाक्रम सामने आया है। आज 23 अक्टूबर को पटना में आयोजित महागठबंधन की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा हुई।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने मीडिया के समक्ष बताया कि गठबंधन के सभी घटक दलों ने एकमत से तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का प्रत्याशी चुना है। RJD के इस युवा नेता को गठबंधन का चेहरा बनाने पर सहमति बनी है। साथ ही VIP पार्टी के मुकेश साहनी को उपमुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया गया। गहलोत ने स्पष्ट किया कि सरकार गठन के बाद पिछड़े वर्गों से अतिरिक्त उप मुख्यमंत्री नियुक्त किए जा सकते हैं।
कांग्रेस द्वारा बिहार चुनाव के पर्यवेक्षक नियुक्त अशोक गहलोत ने 22 अक्टूबर को पटना पहुंचकर गठबंधन के सभी प्रमुख नेताओं के साथ विस्तृत चर्चा की। इसके परिणामस्वरूप आज की यह महत्वपूर्ण घोषणा हुई। प्रेस कॉन्फ्रेंस में RJD, कांग्रेस, VIP और वाम दलों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे, जिससे गठबंधन की एकजुटता का संदेश मिला।
तेजस्वी यादव ने घोषणा के बाद कहा कि उनका लक्ष्य केवल सत्ता हासिल करना नहीं, बल्कि बिहार के समग्र विकास पर केंद्रित है। उन्होंने पारदर्शिता और जवाबदेही की बात कही। मुकेश साहनी ने इस निर्णय पर संतुष्टा व्यक्त की और कहा कि तीन वर्षों के इंतजार के बाद यह अवसर मिला है। उन्होंने BJP विरोधी अपने दृढ़ संकल्प को दोहराया।यह घोषणा महागठबंधन की रणनीतिक एकता को दर्शाती है। तेजस्वी का नेतृत्व युवा मतदाताओं और यादव समुदाय को आकर्षित कर सकता है, वहीं मुकेश साहनी निषाद समुदाय के वोट बैंक को मजबूत करने में सहायक होंगे।
गहलोत ने NDA से सवाल उठाया कि वे अपने मुख्यमंत्री उम्मीदवार की घोषणा कब करेंगे। महागठबंधन का दावा है कि वे स्पष्ट नेतृत्व के साथ चुनाव लड़ रहे हैं। यह ऐलान चुनाव के अंतिम चरण में आया है, जो रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। नामांकन वापसी की अंतिम तिथि के दिन इस घोषणा का राजनीतिक प्रभाव व्यापक हो सकता है।सोशल मीडिया पर मिश्रित प्रतिक्रियाएं आई हैं - समर्थकों ने इसे सकारात्मक बदलाव माना है, जबकि आलोचकों ने अनुभव की कमी पर सवाल उठाए हैं।







