
राजनीतिक डेस्क, प्रीति पायल |
मां का अपमान, नारी का अपमान: शहजाद पूनावाला ने कांग्रेस पर बोला तीखा हमला...
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने आज दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कांग्रेस पार्टी पर तीखे हमले किए हैं। उन्होंने बिहार कांग्रेस द्वारा साझा किए गए एक कृत्रिम बुद्धिमत्ता से बने वीडियो को लेकर कहा कि कांग्रेस की पहचान अब "मातृशक्ति का अपमान" करने वाली पार्टी के रूप में हो गई है।
बिहार कांग्रेस के आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट से हाल ही में एक AI-निर्मित वीडियो पोस्ट किया गया था। इस वीडियो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी दिवंगत मां हीराबेन के समान दिखने वाले पात्रों को दिखाया गया है। कांग्रेस नेताओं का दावा है कि यह वीडियो बिहार चुनाव प्रचार के तहत बनाया गया था, जहां विपक्षी दल बीजेपी की नीतियों को निशाना बना रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने 2 सितंबर को अपनी एक सभा में कहा था कि यह केवल उनका नहीं, बल्कि "समस्त भारतीय माताओं, बहनों और बेटियों का अनादर" है। उन्होंने स्पष्ट किया कि "मां हमारा संसार है और हमारे स्वाभिमान का प्रतीक है।"
शहजाद पूनावाला ने कांग्रेस पर कई गंभीर आरोप लगाए:
उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब "गांधीवादी" सिद्धांतों को छोड़कर "गालीवादी" राजनीति अपना रही है। उनके अनुसार, मातृशक्ति का तिरस्कार करना कांग्रेस की नई पहचान बन गई है।
पूनावाला का आरोप है कि चूंकि यह वीडियो कांग्रेस के आधिकारिक प्लेटफॉर्म से साझा किया गया है, इसलिए राहुल गांधी को इसकी जिम्मेदारी लेते हुए सार्वजनिक क्षमा मांगनी चाहिए।
पिछली घटनाओं का संदर्भ: बीजेपी प्रवक्ता ने कांग्रेस के पुराने विवादों को भी याद दिलाया, जिसमें कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर की विवादित टिप्पणियां (अप्रैल 2025), राफेल मुद्दे पर की गई आपत्तिजनक बातें (मई 2025), और सेना के अपमान के मामले शामिल हैं।
यह पूरा मामला बिहार विधानसभा चुनावों के संदर्भ में उभरा है, जहां बीजेपी-एनडीए और कांग्रेस-राजद के नेतृत्व वाले महागठबंधन के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा है। कांग्रेस ने इस वीडियो के माध्यम से सरकार की नीतियों जैसे बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दों को उठाने की कोशिश की थी, परंतु यह रणनीति उनके लिए नकारात्मक साबित हुई है।
कांग्रेस के समर्थक इस वीडियो को "राजनीतिक व्यंग्य" बताकर इसे "हास्य कंटेंट" का नाम दे रहे हैं, जबकि वे इसके लिए माफी मांगने से इनकार कर रहे हैं। दूसरी ओर, बीजेपी इसे "नारी सम्मान" पर हमला बताकर इससे राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश कर रही है।
धार्मिक नेता बाबा बागेश्वर धाम (धीरेंद्र शास्त्री) ने भी 7 सितंबर को इस मुद्दे पर बोलते हुए कहा था कि "मातृत्व का स्थान सर्वोच्च है और इसका अपमान किसी भी परिस्थिति में स्वीकार नहीं किया जा सकता।" यह विषय अब मातृशक्ति और नारी सम्मान के नाम पर राजनीतिक विभाजन का साधन बन गया है।
यह घटना ANI और हिंदुस्तान समेत प्रमुख समाचार संस्थानों द्वारा व्यापक रूप से कवर की गई है। X (पूर्व में ट्विटर) पर भी यह मुद्दा तेजी से वायरल हो गया है, जहां दोनों पक्षों के समर्थक अपने-अपने तर्क पेश कर रहे हैं।