
मोतिहारी, एन.के. सिंह
सिकरहना नदी तटबंध का सघन निरीक्षण,बाढ़ से जंग: सिकरहना तटबंधों पर पैनी नज़र, अतिक्रमण पर चलेगा बुल्डोजर।
आगामी मानसून से पहले पूर्वी चंपारण जिले में बाढ़ से बचाव की तैयारियों को तेज कर दिया गया है। इसी क्रम में अनुमंडल पदाधिकारी (सदर), श्वेता भारती , कार्यपालक अभियंता, बाढ़ प्रमंडल मोतिहारी और अंचलाधिकारी, सुगौली के साथ सिकरहना नदी के तटबंधों का सघन निरीक्षण किया। यह निरीक्षण सुगौली अंचल के बाढ़ प्रभावित गांवों जैसे डुमरीटोला, लाल परसा, दक्षिणी टोला और भवानीपुर में किया गया।
निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य इन क्षेत्रों में बाढ़ सुरक्षा उपायों की समीक्षा करना और यह सुनिश्चित करना था कि संभावित बाढ़ के दौरान जान-माल की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
महत्वपूर्ण निर्देश और आगामी कार्ययोजना
निरीक्षण के दौरान, अनुमंडल पदाधिकारी ने अधिकारियों को कई महत्वपूर्ण और तत्काल कार्रवाई योग्य निर्देश दिए।
इनमें प्रमुख रूप से शामिल हैं:
लगातार निगरानी: सिकरहना नदी के तटबंधों पर 24 घंटे लगातार निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं ताकि किसी भी संभावित खतरे को समय रहते पहचाना जा सके।
अतिक्रमण हटाना: तटबंधों पर हुए सभी प्रकार के अतिक्रमणों को तत्काल हटाकर उन्हें अतिक्रमण मुक्त करने का आदेश दिया गया है। अतिक्रमण से तटबंधों की मजबूती पर असर पड़ता है और बाढ़ के दौरान खतरे की संभावना बढ़ जाती है।
समयबद्ध कार्य पूरा करना: बाढ़ सुरक्षा से संबंधित सभी आवश्यक कार्यों को समयबद्ध तरीके से पूरा करने पर विशेष जोर दिया गया है। इसमें मरम्मत कार्य, सुदृढ़ीकरण और अन्य तकनीकी उपाय शामिल हैं।
इस पहल का सीधा उद्देश्य आगामी मानसून के दौरान सिकरहना नदी के आसपास के इन निचले और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों को सुरक्षित रखना है। प्रशासन की इस सक्रियता से स्थानीय लोगों में भी सुरक्षा की उम्मीद जगी है।