मोतिहारी में सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल: पुलिस की सूझबूझ से टला बड़ा टकराव, अफवाहों पर न दें ध्यान

मोतिहारी, एन.के. सिंह |
जिले के फुलवरिया गांव में एक पुराने फेसबुक कमेंट को लेकर हुए विवाद ने सांप्रदायिक तनाव का रूप ले लिया था, लेकिन मोतिहारी पुलिस की त्वरित कार्रवाई और सूझबूझ ने स्थिति को नियंत्रित कर एक बड़ी सांप्रदायिक घटना को टाल दिया। पुलिस ने अपने सूझ बूझ (संवेदनशीलता और सक्रियता) का परिचय देते हुए लोगों के बीच बातचीत और आपसी सौहार्द को बढ़ावा दिया है, जिससे गांव में शांति बहाल हुई है।
घटना का विवरण: चार महीने पुराने फेसबुक कमेंट पर बवाल
पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने बताया कि ढाका थाना अंतर्गत फुलवरिया गांव में बुधवार रात करीब 8 बजे एक ही मोहल्ले के दो पक्षों के बीच बहस शुरू हो गई। यह बहस चार महीने पहले किए गए एक फेसबुक कमेंट के कारण हुई थी, जो जल्द ही मारपीट में बदल गई। एक पक्ष के 7-8 लड़कों ने दूसरे पक्ष के घर में घुसकर मारपीट की, जिसमें दूसरे पक्ष का एक 65 वर्षीय व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया।
त्वरित कार्रवाई और गिरफ्तारियां
घटना की सूचना मिलते ही मोतिहारी पुलिस हरकत में आई। पुलिस ने कल रात ही मुख्य अभियुक्त सहित 5 लोगों को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने घटना का सीसीटीवी फुटेज भी जब्त कर लिया है, जो जांच में महत्वपूर्ण साबित होगा।
घायल की मृत्यु और पोस्टमॉर्टम
गुरुवार सुबह घायल व्यक्ति की इलाज के दौरान मृत्यु हो गई। पुलिस द्वारा विधिवत पोस्टमॉर्टम करवाया जा रहा है और उसके बाद दाह संस्कार की प्रक्रिया की जाएगी। पुलिस इस दुखद घटना के बावजूद गांव में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।
गांव में भारी पुलिस बल और मजिस्ट्रेट तैनात
एहतियात के तौर पर और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए गांव में भारी संख्या में पुलिस बल और मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं। एसडीम (SDM) और एसडीपीओ (SDPO) के नेतृत्व में 200 से अधिक पुलिसकर्मी गांव में मौजूद हैं। इसके अतिरिक्त, दो और डीवाईएसपी (DySP), अरेराज डीएसपी और साइबर डीएसपी को भी स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रतिनियुक्त किया गया है। पुलिस बल और मजिस्ट्रेट की तैनाती कल रात से ही तीनों शिफ्टों में की गई है।
पुलिस प्रशासन की पहल: नेताओं और प्रभावित परिवारों से संपर्क
पुलिस प्रशासन दोनों पक्षों के नेताओं, जिनमें ढाका के इमाम भी शामिल हैं, और स्थानीय जनप्रतिनिधियों से लगातार संपर्क में है ताकि आपसी समझ और शांति स्थापित की जा सके। इसके अलावा, पुलिस पीड़ित परिवार से भी संपर्क बनाए हुए है और उन्हें हर संभव सहायता प्रदान कर रही है।
अफवाहों से बचें, दोषियों पर होगी कड़ी कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने आम जनता से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें। उन्होंने चेतावनी दी कि किसी भी तरह की सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाली गतिविधियों में शामिल लोगों या अफवाह फैलाने वालों के विरुद्ध कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। सोशल मीडिया पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है ताकि गलत सूचनाओं के प्रसार को रोका जा सके।
जिला पदाधिकारी और पुलिस अधीक्षक स्वयं पूरे स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए हैं। वर्तमान में गांव में स्थिति सामान्य और शांतिपूर्ण है। इधर ढाका डीएसपी अशोक कुमार ने बताया की स्थिति सामान्य है, किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए पुलिस तैनात किया गया है अभी फिलहाल की स्थिति सामान्य है।