
लोकल डेस्क, एन. के. सिंह।
डीजीपी विनय कुमार ने पुलिस उपाधीक्षक सह थाना अध्यक्ष अभिनव पाराशर और उनकी टीम को प्रशस्ति पत्र और पुरस्कार से सम्मानित किया।
पूर्वी चम्पारण: साइबर अपराधियों के खिलाफ चल रही जंग में मोतिहारी पुलिस ने एक ऐतिहासिक जीत हासिल की है। अपराधियों के मन में डर पैदा करने और पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए, मोतिहारी के साइबर थाना को पूरे बिहार में 'सबसे उत्तम' पुलिस थाना घोषित किया गया है। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) विनय कुमार ने खुद इस उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पुलिस टीम को प्रशस्ति पत्र और नकद पुरस्कार से सम्मानित किया।
अपराधियों की धरपकड़ और करोड़ों की बरामदगी
यह सम्मान मोतिहारी पुलिस की साल भर की कड़ी मेहनत का नतीजा है। पुलिस मुख्यालय के आर्थिक एवं साइबर अपराध प्रभाग द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार:
- 66 साइबर अपराधी गिरफ्तार: मोतिहारी पुलिस ने जालसाजों के 66 गुर्गों को सलाखों के पीछे भेजा।
- 39.60 लाख की नकद बरामदगी: अपराधियों से करीब 40 लाख रुपये की नकद राशि बरामद की गई।
- 11.24 लाख पीड़ितों को वापस: धोखाधड़ी का शिकार हुए लोगों के खातों में 11 लाख रुपये से अधिक की राशि वापस कराई गई।
यह आँकड़े बताते हैं कि मोतिहारी पुलिस ने न सिर्फ अपराधियों को पकड़ा, बल्कि पीड़ितों को उनका पैसा वापस दिलाकर उनके साथ हुए अन्याय को भी ठीक किया।
पुलिस टीम को मिला सम्मान
पुलिस महानिदेशक विनय कुमार ने 3 सितंबर 2025 को आर्थिक अपराध इकाई के सभा कक्ष में आयोजित एक विशेष समारोह में मोतिहारी पुलिस को सम्मानित किया। इस दौरान, पुलिस उपाधीक्षक-सह-साइबर थाना अध्यक्ष अभिनव पराशर को प्रशस्ति पत्र देकर उनके नेतृत्व की सराहना की गई।
इसके अलावा, दो अन्य पुलिस अधिकारियों को भी उनके सराहनीय कार्य के लिए नकद पुरस्कार दिए गए:
- पुलिस निरीक्षक मुमताज आलम: इन्हें 5,000 का पुरस्कार मिला।
- पुलिस अवर निरीक्षक राजीव कुमार सिन्हा: इन्हें 3,000 का पुरस्कार मिला।
इस शानदार उपलब्धि पर, मोतिहारी के पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने अभिनव पराशर और उनकी टीम को बधाई दी। शहर के प्रबुद्ध नागरिकों ने भी पुलिस की इस जीत को 'ईमानदार अधिकारी के हाथों सम्मानित होने' के समान गौरवशाली बताया है। यह सम्मान मोतिहारी पुलिस के लिए एक बड़ा प्रोत्साहन है और यह साबित करता है कि समर्पण और ईमानदारी से काम करने पर सफलता जरूर मिलती है।