
नेशनल डेस्क, वेरोनिका राय |
मोहन भागवत की तारीफ में बोले सपा सांसद अफजाल अंसारी – “हिंदू धर्म के लिए आरएसएस से बढ़कर कोई नहीं”
सपा सांसद अफजाल अंसारी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत की जमकर तारीफ करते हुए कहा कि हिंदू धर्म के प्रतिनिधित्व के लिए संघ से बेहतर कोई मंच नहीं है। अक्सर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तीखे हमले बोलने वाले अंसारी इस बार पूरी तरह बदले हुए अंदाज में नजर आए।
शनिवार को रायफल क्लब में विद्युत समिति की बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में अफजाल अंसारी ने कहा कि मोहन भागवत ने हाल ही में आरएसएस के तीन दिवसीय शिविर के बाद यह महसूस किया है कि देश में एकता और भाईचारे की जरूरत है और नफरत का कारोबार अब बंद होना चाहिए। उन्होंने कहा, “भागवत जी का यह बयान स्वागत योग्य है कि अगर हर मस्जिद और मजार में शिवलिंग खोजोगे तो देश कमजोर होगा। संघ प्रमुख से कुछ लोगों को नसीहत लेनी चाहिए।”
अंसारी ने आगे कहा कि भागवत के विचारों से प्रेरणा लेकर अन्य धर्मों के धर्मगुरुओं को भी आपसी सद्भाव का संदेश देना चाहिए। उन्होंने कहा, “मैं भागवत जी की बातों का खुले दिल से स्वागत करता हूं और अपील करता हूं कि सभी धर्मगुरु भी इसका समर्थन करें।”
बिना नाम लिए भाजपा नेताओं पर तंज
सपा सांसद ने अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा के शीर्ष नेतृत्व पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा, “जिसके पास अपना परिवार नहीं होता, वह दूसरों के परिवार का दर्द क्या समझेगा।” यह बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाने के रूप में देखा जा रहा है।
टेक्सटाइल इंडस्ट्री पर संकट – 30 लाख लोगों के बेरोजगार होने का खतरा
अफजाल अंसारी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस फैसले पर भी नाराजगी जताई, जिसमें भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाया गया है। उन्होंने कहा कि ट्रंप के टैरिफ फैसले से भारत की टेक्सटाइल मिलें बंद हो रही हैं और करीब 30 लाख लोगों के बेरोजगार होने का खतरा मंडरा रहा है। उन्होंने केंद्र सरकार की विदेश नीति को विफल बताते हुए कहा, “सरकार की कमजोर नीति का नतीजा है कि आज दुनिया का कोई भी देश भारत के पक्ष में खुलकर नहीं बोल रहा है।”
पहलगाम हमले का जिक्र – सरकार की नीति पर सवाल
अंसारी ने पहलगाम हमले की घटना का भी जिक्र किया और कहा कि शुरुआत तो ठीक रही, लेकिन अंत शर्मनाक था। उन्होंने आरोप लगाया कि अमेरिकी दबाव में भारत और पाकिस्तान ने सीजफायर स्वीकार किया, जबकि यह भारत की विदेश नीति की कमजोरी को दिखाता है। अफजाल अंसारी ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, “अडानी को बचाने के लिए केंद्र सरकार चुप है, जबकि आम लोग परेशान हैं।”
एकता और सद्भाव का संदेश
अफजाल अंसारी के इन बयानों से साफ है कि उन्होंने मोहन भागवत के विचारों की सराहना करते हुए समाज में आपसी भाईचारा और नफरत खत्म करने की जरूरत पर जोर दिया। साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार की आर्थिक और विदेश नीति पर भी तीखे सवाल उठाए।
- मोहन भागवत के बयान की सपा सांसद अफजाल अंसारी ने की खुलकर तारीफ।
- कहा – “हिंदू धर्म के प्रतिनिधित्व के लिए आरएसएस से बेहतर कोई मंच नहीं।”
- अमेरिका के 50% टैरिफ से 30 लाख लोगों के बेरोजगार होने की आशंका जताई।
- पहलगाम हमले और विदेश नीति पर सरकार की आलोचना की।
- भाजपा नेतृत्व पर अप्रत्यक्ष हमला – “जिसके पास परिवार नहीं, वह दूसरों का दर्द नहीं समझ सकता।”