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वर्दी की शक्ति न्याय के लिए: DIG राय

लोकल डेस्क, एन. के. सिंह ।

चंपारण डीआईजी ने नवनियुक्त पुलिसकर्मियों को दिया महत्वपूर्ण मार्गदर्शन। कहा, "जनता का विश्वास आपकी सबसे बड़ी पूंजी है," और वर्दी की शक्ति का उपयोग केवल न्याय स्थापित करने के लिए होना चाहिए।

पूर्वी चंपारण: मोतिहारी जिले के पुलिस केंद्र में बुनियादी प्रशिक्षण ले रहे नवनियुक्त पुलिसकर्मियों के लिए गुरुवार का दिन प्रेरणा और ज्ञान से भरा रहा। पुलिस उप-महानिरीक्षक (डीआईजी) चंपारण क्षेत्र, हरकिशोर राय, ने मोतिहारी का दौरा किया और प्रशिक्षण ले रहे जवानों के साथ एक विशेष इंडोर प्रशिक्षण सत्र में हिस्सा लेकर उन्हें पुलिस सेवा के महत्वपूर्ण सिद्धांतों से अवगत कराया।

डीआईजी का आगमन और 'खाकी' की गरिमा पर ज़ोर

मोतिहारी आगमन पर, डीआईजी हरकिशोर राय को सबसे पहले सम्मान गार्ड (गार्ड ऑफ ऑनर) द्वारा सलामी दी गई। इस औपचारिक सम्मान के बाद, डीआईजी सीधे पुलिस केंद्र पहुँचे, जहाँ का प्रशिक्षण माहौल जवानों के उत्साह से भरा हुआ था। इंडोर प्रशिक्षण सत्र की शुरुआत में, डीआईजी ने पुलिस सेवा की गरिमा और कर्तव्यों के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने नवप्रशिक्षित जवानों को स्पष्ट शब्दों में समझाया कि खाकी वर्दी केवल एक कपड़ा नहीं, बल्कि कानून और व्यवस्था के प्रति अटूट विश्वास का प्रतीक है।

अनुशासन, आचरण और संवेदनशील व्यवहार

डीआईजी ने अपने संबोधन में अनुशासन, आचरण संहिता (कोड ऑफ कंडक्ट) और संवेदनशील व्यवहार पर विशेष ज़ोर दिया। उन्होंने जवानों को विस्तार से समझाया कि एक पुलिसकर्मी का व्यवहार जनता के साथ कैसा होना चाहिए, उन्हें प्रभावी संवाद कैसे स्थापित करना चाहिए, और विपरीत परिस्थितियों में भी उन्हें अपना संयम कैसे बनाए रखना चाहिए।
प्रेरणा देते हुए डीआईजी ने कहा, "आप समाज के रक्षक हैं। जनता का विश्वास आपकी सबसे बड़ी पूंजी है। वर्दी की शक्ति का उपयोग केवल न्याय स्थापित करने और कमजोरों की सहायता करने के लिए करें।" इस मार्गदर्शन ने जवानों को उनकी जिम्मेदारियों के प्रति एक नई दृष्टि दी।

कानून और आधुनिक पुलिसिंग का ज्ञान

सत्र में कानून व्यवस्था से संबंधित विभिन्न पहलुओं की भी गहन जानकारी दी गई। डीआईजी ने नवनियुक्त कर्मियों को नवीनतम कानूनी संशोधनों और पुलिसिंग के आधुनिक तरीकों से अवगत कराया। उन्होंने बल दिया कि सिद्धांतों का ज्ञान ही उन्हें एक प्रभावी और न्यायप्रिय पुलिसकर्मी बनाएगा। इस महत्वपूर्ण मार्गदर्शन सत्र के दौरान पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात भी उपस्थित रहे और उन्होंने भी नवनियुक्त पुलिसकर्मियों को शुभकामनाएँ दीं।