
नेशनल डेस्क, नीतीश कुमार।
अगर आप वॉट्सएप इस्तेमाल करते हैं लेकिन प्राइवेसी और डेटा शेयरिंग की वजह से परेशान हैं, तो भारत में एक नया विकल्प सामने आया है। Arattai नामक इस एप को 4 दिन के भीतर 10 लाख से ज्यादा लोग डाउनलोड कर चुके हैं। सोशल मीडिया पर इसे 'वॉट्सएप किलर' कहा जा रहा है क्योंकि कंपनी यूजर्स की प्राइवेसी सुरक्षित रखने का दावा करती है। आइए जानते हैं इसकी खासियतें और यह वाकई वॉट्सएप को चुनौती दे पाएगा या नहीं।
1. अराटाई एप कब लॉन्च हुआ?
अराटाई को जोहो कॉर्पोरेशन ने 2021 में लॉन्च किया था। 'अराटाई' का अर्थ तमिल में 'सामान्य बातचीत' होता है। इसमें टेक्स्ट, फोटो, वीडियो, डॉक्यूमेंट भेजने के साथ वॉइस व वीडियो कॉलिंग, स्टोरी और चैनल मैनेजमेंट जैसे फीचर मिलते हैं।
2. अराटाई किसने बनाया?
इसे चेन्नई स्थित जोहो कॉर्पोरेशन ने विकसित किया है। कंपनी की स्थापना 1996 में श्रीधर वेम्बु और टॉनी थॉमस ने की थी। आज यह 150 देशों में 130 मिलियन से ज्यादा यूजर्स को सेवाएं देती है और इसके 55 से अधिक बिजनेस एप्लिकेशन हैं, जिनमें ईमेल, CRM, HR, अकाउंटिंग और प्रोजेक्ट मैनेजमेंट टूल शामिल हैं।
3. एप की अचानक लोकप्रियता क्यों बढ़ी?
‘मेड इन इंडिया’ टैग, प्राइवेसी-फ्रेंडली डिजाइन और सरकार के खुले समर्थन के कारण लोग तेजी से इसे डाउनलोड कर रहे हैं।
4. कौन से फोन पर चलेगा यह एप?
अराटाई लो-बैंडविड्थ फीचर के साथ आता है, जिससे यह कमजोर इंटरनेट वाले क्षेत्रों में भी सुचारू रूप से काम करता है। यह कम कीमत वाले स्मार्टफोन्स पर भी आसानी से चलता है।
5. क्या यह वॉट्सएप को रिप्लेस कर सकता है?
हालांकि अराटाई के कई फीचर्स वॉट्सएप जैसे हैं, लेकिन अभी यह पूरी तरह प्रतिस्पर्धा की स्थिति में नहीं है। इसकी सबसे बड़ी कमी है एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन (E2EE), जबकि वॉट्सएप पर संदेश केवल भेजने वाले और पाने वाले तक सीमित रहते हैं।