लोकल डेस्क
सीवान जिले के 8 में से 7 सीट एनडीएन के खाते में चला गया है जिसमें दारौंदा, सीवान, गोरियाकोठी बीजेपी के खाते में है। तीन सीट जदयू के खाते में बड़हरिया, जिरादेई और महाराजगंज आया है जबकि एक सीट पर चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (रामविलास पासवान) की झोली में गया है। एक सीट महागठबंधन को राजद के माध्यम से हाथ लगा है।
दारौंदा विधानसभा से व्यास सिंह उर्फ कर्णजीत सिंह ने हैट्रिक लगाई है तो पहली बार सीवान विधानसभा से चुनावी मैंदान में उतरे निर्वतमान स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने जिले में बीजेपी के लिए सब मंगलमय कर दिया है। इस चुनाव में राजद के कद्दावर नेता अवधबिहारी चौधरी चुनावी मैंदान में मंगल पांडेय से मात खा गये हैं। इस जीत के बाद एनडीए में जश्न ही जश्न है। दारौंदा से बीजेपी के हैट्रिक के बाद बड़ी संख्या में बीजेपी सहित घटक दलों के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने एक दूसरे को रंग गुलाल एवं मिठाई बांटकर खुशी मनायी है। इधर पहली बार रघुनाथपुर विधानसभा से चुनाव लड़ रहे सीवान के पूर्व सांसद डॉ. शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब ने रघुनाथपुर से राजद के टिकट पर जीत दर्ज की है। पहली बार लोजपा (रामविलास पासवान) की पार्टी से विष्णु देव पासवान ने जीत दर्ज की है। इन्होंने कम्युनिस्ट पार्टी के कद्दावर नेता सत्यदेव राम को चारोखाने चित कर दिया है। महाराजगंज विधानसभा की जनता इस बार जदयू के हेम नारायण साह पर भरोसा जताया है। गोरियाकोठी की जनता ने पुनः बीजेपी के देवेश कांत सिंह पर भरोसा जताया है। बड़हरिया विधानसभा से जदयू के इंद्रदेव सिंह पटेल ने जीत दर्ज की है। इंद्रदेव सिंह पटेल नीतीश कुमार के करीबी है तो जिरादेई से जदयू के टिकट पर भीष्म प्रताप सिंह ने जीत का ताज पहना है। इन्होंने कम्युनिस्ट पार्टी के अमरजीत कुशवाहा को मात दिया है। अवधबिहारी चौधरी, सत्यदेव राम और अमरजीत कुशवाहा की हार सीवान में महागठबंधन की कमर तोड़ दिया है। इधर बीजेपी की जीत पर बीजेपी नेताओं ने कहा कि विकसित बिहार भारत की संकल्पना को समर्पित यह जीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं नीतीश कुमार सहित सहयोगी दलों की लोक-कल्याणकारी नीतियों, कुशल नेतृत्व और डबल इंजन की सरकार की शक्ति पर बिहार की जनता के विश्वास की मुहर है।







