
राष्ट्रीय डेस्क, आर्या कुमारी |
इंदौर में इस बार दशहरे पर रावण दहन की जगह 11 मुखी शूर्पणखा का पुतला दहन किया जाएगा। इस पुतले पर उन 11 महिलाओं की तस्वीरें लगाई जाएंगी, जिन पर पति या बच्चों की हत्या जैसे अपराधों के आरोप हैं। इनमें सोनम रघुवंशी और मुस्कान जैसी महिलाएं भी शामिल हैं। इस आयोजन का संचालन पत्नी पीड़ित संगठन ‘पौरुष’ कर रहा है, जिसका मकसद महिला अपराधों को लेकर समाज को जागरूक करना है।
मध्य प्रदेश के इंदौर में होने वाले इस आयोजन में महालक्ष्मी नगर स्थित मेला मैदान पर पारंपरिक रावण दहन नहीं होगा। इसके स्थान पर 11 मुखी शूर्पणखा का पुतला जलाया जाएगा, जिसके हर मुख पर उन महिलाओं के चेहरे होंगे, जिन्होंने अपने पतियों या मासूम बच्चों की हत्या जैसे गंभीर अपराध किए हैं।
आयोजकों ने बताया कि इस अनोखे पुतले का उद्देश्य समाज को महिला अपराधों में हो रही वृद्धि से सावधान करना है। इसमें इंदौर की सोनम रघुवंशी का नाम शामिल है, जिस पर आरोप है कि उसने हनीमून के दौरान अपने पति राजा रघुवंशी की हत्या की। इसी तरह मुस्कान का चेहरा भी पुतले पर लगाया जाएगा, जिस पर पति की हत्या का मामला दर्ज है।
कुल 11 महिलाओं के चेहरे वाला यह पुतला 'मॉडर्न कलयुगी शूर्पणखा' का प्रतीक माना गया है। संस्था का कहना है कि समाज में पुरुषों के खिलाफ होने वाले अपराध और महिलाओं के संगीन जुर्म अक्सर अनदेखे रह जाते हैं। इसलिए दशहरे जैसे पर्व के माध्यम से यह संदेश देना आवश्यक है कि अपराध किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है।
यह आयोजन 2 अक्टूबर को दशहरे के दिन होगा। पुतले के पोस्टर पहले ही सोशल मीडिया पर वायरल हो चुके हैं और इस पर लोगों में चर्चा जारी है। आयोजकों को उम्मीद है कि यह पहल समाज को महिला अपराधों को लेकर सोचने और जागरूक होने के लिए प्रेरित करेगी। इस बार का दशहरा अच्छाई की बुराई पर जीत के साथ ही महिला अपराधों के खिलाफ चेतावनी का भी संदेश देगा।