
नेशनल डेस्क, नीतीश कुमार |
सरकार ने लद्दाख कार्यकर्ता सोनम वांगचुक की गैर-लाभकारी संस्था का एफसीआरए पंजीकरण रद्द कर दिया है। आरोप है कि इस एनजीओ ने विदेशी फंडिंग से जुड़े नियमों का 'बार-बार' उल्लंघन किया। यह कदम वांगचुक के नेतृत्व में केंद्र शासित प्रदेश में राज्य के दर्जे की मांग को लेकर हिंसक प्रदर्शन होने के 24 घंटे बाद उठाया गया।
इससे पहले केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने वांगचुक से जुड़े संस्थानों में विदेशी अंशदान (FCRA) अधिनियम के कथित उल्लंघन की जांच शुरू की थी। अधिकारियों के अनुसार, प्रारंभिक जांच चल रही है और अभी तक कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है।
गृह मंत्रालय का आरोप
गृह मंत्रालय ने कहा कि सोनम वांगचुक ने युवाओं को हिंसा के लिए भड़काया। लद्दाख के उपराज्यपाल कविंदर गुप्ता ने बताया कि उपद्रवियों ने युवाओं को उकसाया और सीआरपीएफ के वाहन में आग लगाई, जिससे सुरक्षा बलों को आत्मरक्षा में गोली चलानी पड़ी।
सोनम वांगचुक की प्रतिक्रिया
वांगचुक ने कहा कि लगभग 10 दिन पहले CBI की टीम लेह आई थी और उन्हें बताया गया कि हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ़ अल्टरनेटिव्स लद्दाख (HIAL) में FCRA नियमों के उल्लंघन की शिकायत मिली है। उन्होंने कहा कि विदेशी फंड के लिए FCRA मंजूरी नहीं ली गई थी और CBI टीम ने तीन मामलों में उल्लंघन बताया। उन्होंने यह भी कहा कि "हम अपने ज्ञान का निर्यात करते हैं और राजस्व जुटाते हैं।