
विदेश डेस्क, ऋषि राज |
हम धौंस जमाने वालों से नहीं डरते: विजय दिवस परेड में शी जिनपिंग की ट्रंप को दो टूक...
चीन ने शनिवार को विश्व युद्ध II की 80वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित अपनी सबसे भव्य विजय दिवस परेड में एक ताकतवर संदेश के साथ अंतर्राष्ट्रीय मंच पर दस्तक दी। इस अवसर पर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने स्पष्ट रूप से कहा,“हम किसी भी धमकी या धौंस जमाने वाले से नहीं डरते।”
शक्ति प्रदर्शन और राजनीतिक संदेश
टियाँनमेन स्क्वायर, बीजिंग में 90 मिनट तक चली यह परेड अत्याधुनिक सैन्य उपकरणों की शोकेस थी—जिसमें हाइपरसोनिक मिसाइलें, ड्रोन पनडुब्बियाँ,अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल, साइबोर्स स्पेस यूनिट और मेटा-ड्रोन शामिल थे।
शी जिनपिंग ने अपने संबोधन में कहा कि “मानवता को युद्ध और शांति, संवाद और टकराव, जीत-जीत और जीरो-सम के बीच महत्वपूर्ण विकल्प चुनना होगा।” उन्होंने यह भी जोर देकर कहा—“चीनी लोग दृढ़ हैं, आत्मनिर्भर हैं और किसी से भयभीत नहीं। हम शांतिपूर्ण विकास की राह पर चलने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
अंतरराष्ट्रीय गठबंधन की संकेत
परेड के मंचीय कार्यक्रम में प्रमुख विदेशी हस्तियों की उपस्थिति ने इसका महत्व बढ़ा दिया: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन शी के साथ मंच पर दिखे। यह तीनों नेताओं की सार्वजनिक एकजुटता ने पश्चिमीय देशों के बीच नए राजनीतिक समीकरणों के संकेत दिए।
ट्रम्प ने किया तीखा प्रतिक्रिया
जून 2025 के बाद से इस आयोजन पर अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में तीखी प्रतिक्रिया दी। ट्रम्प ने लिखा: "क्रिप्ट अमेरिका के विरुद्ध साजिश रचने वालों को मेरा सबसे गर्म अभिवादन दें।" उन्होंने साथ ही यह भी पूछा कि क्या चीनी राष्ट्रपति अमेरिकी योगदान की अहमियत को स्वीकार करेंगे—विशेषकर उस भूमिका को जो अमेरिका ने WWII में चीन के लिए निभायी थी।
यह विजय दिवस परेड चीन की बढ़ती सामरिक शक्ति और अंतरराष्ट्रीय मंच पर उसकी नई पहचान का मुहर है। शांति और युद्ध, संवाद और टकराव जैसे द्वंद्वों में शी का चयन स्पष्ट था “चीन डरता नहीं, वह आगे बढ़ता है।” यह आयोजन चीन की आत्मशक्ति, नेतृत्व क्षमता, और विश्व व्यवस्था में अपने लिए बढ़ती भूमिका की ओर ज़ोरदार संकेत के रूप में देखा जा सकता है।