नेशनल डेस्क, मुस्कान कुमारी |
चंडीगढ़: हरियाणा आईपीएस अधिकारी वाई. पूरण कुमार की कथित आत्महत्या के मामले में मुख्य आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग के बीच, राज्य सरकार ने पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) शत्रुजीत कपूर को छुट्टी पर भेज दिया है। मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार राजीव जेटली ने मंगलवार को इसकी पुष्टि की। उन्होंने कहा, "डीजीपी को छुट्टी पर भेजा गया है। औपचारिक आदेश जल्द जारी होगा।"
परिवार की मांग: आरोपी गिरफ्तार हों, तब होगा पोस्टमार्टम
आईपीएस अधिकारी की मौत को आठ दिन बीत चुके हैं, लेकिन उनका पोस्टमार्टम अभी तक नहीं हो सका है। परिवार ने पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया है, जब तक कि मामले के दो मुख्य आरोपी—डीजीपी शत्रुजीत कपूर और पूर्व रोहतक एसपी नरेंद्र बिजारनिया को गिरफ्तार नहीं किया जाता। राज्य सरकार ने पहले ही बिजारनिया को स्थानांतरित कर दिया था।
अधिकारियों ने मृतक अधिकारी की पत्नी, वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अमनीत पी. कुमार से उनके सरकारी आवास पर मुलाकात की, ताकि पोस्टमार्टम के लिए सहमति ली जा सके। इस बीच, राजनीतिक दलों के नेता परिवार से मिलने पहुंच रहे हैं। विपक्ष के नेता राहुल गांधी मंगलवार (14 अक्टूबर) को परिवार से मिलने वाले हैं।
एसआईटी की अपील: जांच के लिए पोस्टमार्टम जरूरी
चंडीगढ़ पुलिस ने सोमवार (13 अक्टूबर, 2025) को कहा कि विशेष जांच दल (एसआईटी) ने श्रीमती कुमार को एक पत्र भेजा है, जिसमें उनसे शव की पहचान और पोस्टमार्टम कराने की अपील की गई है। पुलिस ने कहा, "यह जांच को तेज करने के लिए आवश्यक है।"
पुलिस ने हरियाणा सरकार से जांच के लिए जरूरी दस्तावेज भी मांगे हैं।
मृतक अधिकारी के जेब से बरामद 'अंतिम नोट' में उन्होंने वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों, जिसमें डीजीपी कपूर और पूर्व रोहतक एसपी बिजारनिया का नाम लिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि इन अधिकारियों ने उन्हें परेशान किया और बदनाम किया, जो आत्महत्या का ट्रिगर पॉइंट था। 52 वर्षीय कुमार 2001 बैच के आईपीएस अधिकारी थे। वे रोहतक के पुलिस ट्रेनिंग सेंटर (पीटीसी), सुनारिया में इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस के पद पर तैनात थे। 7 अक्टूबर को उनके आवास पर गोली लगी हालत में उनका शव मिला था।
समिति की मांग: गिरफ्तारी हो, न्याय मिले
'जस्टिस फॉर वाई. पूरण कुमार' नाम से बनी 31 सदस्यीय समिति परिवार की मांगों को पूरा करने के लिए दबाव बना रही है। समिति के सदस्य गुरमेल ढाबी ने कहा, "एफआईआर दर्ज हो चुकी है, तो आरोपी क्यों नहीं गिरफ्तार हो रहे? एफआईआर का कोई मतलब नहीं अगर आरोपी आजाद घूमते रहें।"
समिति ने डीजीपी और पूर्व रोहतक एसपी की तत्काल बर्खास्तगी और गिरफ्तारी की मांग की है।
विरोध प्रदर्शन: पुलिस ने एफआईआर में बदलाव किए
मामले में विरोध प्रदर्शन जारी हैं। पुलिस ने एफआईआर में कुछ बदलाव किए हैं। परिवार और समर्थकों का कहना है कि आरोपी अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
उपमुख्यमंत्री ने आईपीएस कुमार की आत्महत्या पर सदमा जताया है।
चंडीगढ़ पुलिस ने मृतक के घर की जांच की, जहां पीटीआई की फाइल फोटो में पुलिस टीम नजर आ रही है।
यह मामला हरियाणा पुलिस महकमे में हलचल मचा रहा है, जहां वरिष्ठ अधिकारियों पर उत्पीड़न के आरोप लगे हैं। परिवार का कहना है कि नोट में लिखे नामों पर तुरंत कार्रवाई हो।







