Ad Image
Ad Image
टाइफून मातमो तूफान को लेकर चीन में ऑरेंज अलर्ट, सेना तैयार || हमास बंधकों को करेगा रिहा, राष्ट्रपति ट्रंप ने गाजा पर बमबारी रोकने को कहा || पहलगाम हमले के बाद पता चला कौन भारत का असली मित्र: मोहन भागवत || भारत के साथ व्यापार असंतुलन कम करने का अपने अधिकारियों को पुतिन का आदेश || मेक्सिको की राष्ट्रपति शीनबाम की इजरायल से अपील, हिरासत में लिए मेक्सिको के नागरिकों को जल्दी रिहा करें || शास्त्रीय गायक पद्मविभूषण छन्नूलाल मिश्र का मिर्जापुर में निधन, PM मोदी ने दी श्रद्धांजलि || स्वदेशी और आत्मनिर्भरता का कोई विकल्प नहीं: मोहन भागवत || अमित शाह ने कहा, देश अगले 31 मार्च तक नक्सलवादी लाल आतंक से मुक्त होगा || भारतीय क्रिकेट टीम ने जीता एशिया कप, PM समेत पूरे देश ने दी बधाई || तमिलनाडु: एक्टर विजय की रैली में भगदड़, 31 की मौत, 40 से ज्यादा घायल

The argument in favor of using filler text goes something like this: If you use any real content in the Consulting Process anytime you reach.

  • img
  • img
  • img
  • img
  • img
  • img

Get In Touch

हिंदू महिला ने ईसाई धर्म अपनाने से किया इनकार, तो ‘डायन’ बताकर बेरहमी से पीटा

जमुई, श्रेया पांडेय |

बिहार के जमुई जिले से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जिसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया। यहां एक हिंदू महिला को केवल इसलिए बेरहमी से पीटा गया क्योंकि उसने ईसाई धर्म अपनाने से इनकार कर दिया। आरोप है कि गांव के कुछ लोगों ने पहले महिला पर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया, और जब उसने साफ मना कर दिया, तो उसे ‘डायन’ बताकर बर्बरतापूर्वक हमला कर दिया।

घटना जिले के एक ग्रामीण इलाके की है, जहां पीड़िता को लाठी-डंडों से पीटा गया, उसके बाल काट दिए गए और पूरे गांव के सामने अपमानित किया गया। महिला किसी तरह जान बचाकर थाने पहुंची और पुलिस अधीक्षक (SP) को अपनी आपबीती सुनाई। पीड़िता ने बताया कि किस तरह उसके साथ अन्याय हुआ और अब वह खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है।

SP ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल जांच के आदेश दिए हैं। पुलिस ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है और बाकी की तलाश जारी है। प्रशासन ने भरोसा दिलाया है कि दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।

यह मामला न केवल धार्मिक सहिष्णुता पर सवाल उठाता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि आज भी समाज के कुछ हिस्सों में अंधविश्वास और धर्म के नाम पर महिलाओं को प्रताड़ित किया जाता है। पीड़िता के साहस और न्याय की उम्मीद अब प्रशासन की कार्यवाही पर टिकी है।

प्रशासन से मांग की जा रही है कि दोषियों को कड़ी सजा दी जाए ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।